Highlights
- महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी वार पलटवार का दौर जारी
- डेमोक्रेसी में नंबर्स और मेजॉरिटी ही मायने रखती है: एकनाथ शिंदे
- हम हार मानने वाले नहीं: संजय राउत
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी वार पलटवार का दौर जारी है। एक ओर जहां शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने बयान दिया है कि हमारे पास पर्याप्त संख्या बल है, हम मेजॉरिटी में हैं। वहीं दूसरी ओर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ अहम बैठक के बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि हम हार मानने वाले नहीं है। आने सामने की ये लड़ाई राज्यपाल और डिप्टी स्पीकर तक पहुंच चुकी है। दोनों ही गुट ने लेटर लिखा और अपने अपने दावे किए। जानिए एकनाथ शिंदे ने इंडिया टीवी से क्या खास कहा।
डेमोक्रेसी में नंबर्स और मेजॉरिटी ही मायने रखती है: एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि संजय राउत हमारे सीनियर नेता हैं। उन्हें जो भी कहा उन्हें कहने का अधिकार है। हमारे साथ 40 शिवसेना 12 निर्दलीय हैं। ऐसी हमारी स्ट्रेंथ है। क्या कुछ और विधायक जॉइन करेंगे, इस बारे में उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त स्ट्रेंथ है। विधायकों को अयोग्य करने के बारे में उन्होंने कहा कि विधायकों के सिग्नेचर फर्जी नहीं हैं। मेजॉरिटी हमारे साथ है। डेमोक्रेसी में नंबर्स और मेजोरिटी मायने रखती है।
बीजेपी की ओर से किसी ने चर्चा नहीं की है हमसे: शिंदे
मुंबई आकर बात करने के बारे में शिंदे ने कहा कि डिस्क्वालिफिकेशन के बारे में जो बात कही है संजय राउत ने, वह गलत है। हमारी बैठक होगी, उसमें कई मुद्पदों र चर्चा होगी। इसके बाद आगे की रणनीति पर बात होगी। बीजेपी की ओर से किसी ने हमसे चर्चा नहीं की है।
हम हार मानने वाले नहीं: संजय राउत
उधर, शरद पवार और संजय राउत के बीच बैठक खत्म हो गई है। संजय राउत ने बैठक के बाद कहा कि हम हार मानने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी मजबूत है। पवार साहब राजनीति के चाणक्य हैें। शरद पवार उद्धव ठाकरे के लगातार संपर्क में हैं। गौरतलब है कि संजय राउत ने बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री पर शरद पवार पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। हालांकि केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने बयान दिया है। जिसमें उसने कहा है कि महाराष्ट्र में जो महाभारत चल रही है यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। किसी केंद्रीय मंत्री ने धमकी नहीं दी। सुबह संजय राउत ने ट्वीट करके बीजेपी के केंद्रीय मंत्री पर शरद पवार को धमकी देने का आरोप लगाया था।