Highlights
- अगर शिवसैनिक मेरे साथ हैं तो मुझे किसी की भी जरूरत नहीं- उद्धव
- मेरा शिवसैनिक ही वर्षा में जाएगा, यह मैं पक्का कह रहा हूं- उद्धव
- मैंने अपने बेटे को मंत्री बनाया, तो शिंदे के बेटे को सांसद बनाया- उद्धव
Maharashtra Political Crisis: मातोश्री में सरकार बचाने की मैराथन कोशिशें चल रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नगर सेवकों से सीधी बात की और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे पर सीधा निशाना साधा है। उद्धव ने कहा कि अगर मैंने अपने बेटे को मंत्री बनाया तो एकनाथ शिंदे के बेटे को सांसद भी बनाया। अगर शिंदे को लगता है कि कोई और शिवसैनिक मुझसे बेहतर पार्टी चला सकता है तो मैं अध्यक्ष पद की कुर्सी भी छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा, मेरे पास शिवसैनिकों की ताकत है। अगर शिवसैनिक मेरे साथ है तो मैं मिट्टी से भी आसमान बना दूंगा। साथ ही उन्होंने शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि आपको उपमुख्यमंत्री ही बनना था तो बताया होता, मैं आपको उपमुख्यमंत्री बना देता।
बागियों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही शिवसेना
बता दें कि सीएम ठाकरे की आज की बैठक में शिवसेना के 2 हजार पार्षद ऑनलाइन मौजूद थे। शहरी और ग्रामीण इलाके में शिवसेना के संगठन में सेंध न लगे, इसलिए उद्धव ठाकरे ने अपने पार्टी के सभी पार्षदों की बैठक बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक, बगावत करने और शिवसैनिकों को भड़काने वाले बागियों को चिन्हित कर उन्हें शिवसेना के सभी पदों से हटाया जाएगा। बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे और रामदास कदम को सभी पदों से हटाया जाएगा।
उद्धव ने कहा, ...तो आप आज बोलो, मैं आज इस्तीफा दे दूंगा
उद्धव ने कहा, ''शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ने अपने आखिरी भाषण में कहा था कि जैसे मुझे बनाया, वैसे उद्धव और आदित्य को भी संभालना। लेकिन मैं कहता हूं कि बालासाहेब का आह्वान बगल में रखिये, अगर आपको मैं सीएम के तौर पर या शिवसेना चलाने के लिए नालायक लगता हूं तो आज आप बोलो, आज मैं इस्तीफा दूंगा। अगर आप कहते हो कि कोई और शिवसेना अच्छी तरह चला सकता है, तो आप लाओ। मैं बनाऊंगा उसे शिवसेना का अध्यक्ष।''
उद्धव ने बीजेपी और शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा, ''ये हमें खत्म करने की साजिश है। वे नहीं चाहते कि उनका हिंदुत्व का वोट बंटे, इसलिए वे शिवसेना को बांट रहे हैं। विधायको का फोन आ रहा है। उनको भी पता है कि वे डिस्क्वॉलिफाई होंगे, तब इनके पास बीजेपी के पास विलय के अलावा कोई चारा नहीं होगा। ये उन्हें पता चल गया है। मैं कहता हूं कि आज वे जीत जाएंगे, लेकिन क्या कल का चुनाव जीतेंगे?'' उद्धव के सवाल पर जवाब आते हैं, 'नहीं।' उद्धव ने आगे कहा, ''यही मैं कह रहा हूं। आज उनका दिन है, लेकिन कल वे क्या चुनाव जीत पाएंगे? नहीं, और यह बात वे भी समझ रहे हैं। शिवसेना ने जो स्वतंत्रता दी, मंत्री पद दिया, विधायकी दी, अगर ये सब बीजेपी में मिलेगा तो जरूर जाओ। अगर आपको उपमुख्यमंत्री ही बनना था तो बताया होता, मैं बना देता आपको उपमुख्यमंत्री। अफवाह चल रही है कि इस विद्रोह के पीछे मैं हूं, तो यह झूठ बात है। मैं अपनी पार्टी ऐसे खत्म नहीं करूंगा।''
'शिवसैनिक मेरे साथ हैं, मैं दोबारा शिवसेना को खड़ा करूंगा'
उद्धव ने नगरसेवकों को संबोधित करते हुए कहा, ''साजिश यह है कि उद्धव ठाकरे को अकेले कर दो, बाकी सबको अपने साथ ले लो। लेकिन मेरा चैलेंज है कि अगर दम है तो लेकर दिखाइये मेरे शिवसैनिकों को। वे शिवसैनिक जो नगरसेवक, विधायक, सांसद और मंत्री बनाते हैं। यह स्थिति बनाई गई है। जो तड़प रहे हैं, उन शिवसैनिकों से मेरी बात हो रही है। यह बड़ी साजिश है। बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ा, पीठ पर वार किया और आज आप साजिश कर रहे हो शिवसेना तोड़ने की।''
'अपने ही लोगों ने गद्दारी की, छुरा घोंपा'
उद्धव ने कहा, ''मैंने 19 जून को शिवसेना के स्थापना दिवस पर बोल दिया था कि गद्दार हमें नहीं चाहिए, और यही हुआ आप सब देख रहे हो। जब हम NCP और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने जा रहे थे तब कहा गया था कि संभाल कर रखना, ये धोखा देंगे। तब मैंने कहा था कि ठीक है, इनके ऊपर लेबल लगा है। लेकिन गद्दारी किसने की? अपने ही लोगों ने। छुरा किसने घोंपा? अपने ही लोगों ने और जिनको तुम लोगों ने चुनकर दिया, विधायक बनाया, वे आज छोड़ कर गए। इन सभी को तुम लोगों ने जिताया था। तुम लोगों में कई उम्मीदवारी भी मांग रहे थे लेकिन इन लोगों को टिकट दिया, तुम लोगों को नहीं, और ये छोड़ कर चले गए। आप सब साथ हो, ये मेरा अभिमान है। आप सभी का शुक्रिया।''
'बीजेपी ने झूठ बोला, वादा तोड़ा'
उद्धव ठाकरे ने बागियों की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''इन लोगों ने सबको यह कहकर भड़काया कि एनसीपी वाले काम नहीं करते,कांग्रेस वाले हमें भाव नहीं देते। तब मैंने एकनाथ शिंदे को बुलाया और कहा कि आप शिवसैनिकों को समझाइए। तब एकनाथ ने मुझे कहा कि विधायकों का मुझ पर दबाव है कि बीजेपी के साथ जाना है। मैंने कहा, कौन विधायक हैं, लाओ मेरे सामने। अगर उनकी बात जम गई तो हम जरूर जाएंगे,लेकिन बीजेपी की तरफ से प्रस्ताव भी वैसा आना चाहिए।'' उन्होंने आगे कहा, ''जैसे बीजेपी ने झूठ बोला, वादा तोड़ा, शिवसेना की बदनामी की,मातोश्री की बदनामी की,गंदी बातें कीं, उसी बीजेपी के साथ वापस जाना है तो शिवसैनिकों की, विधायकों की बात मैं सुनूंगा, तब कहूंगा। अगर विधायक मेरे पास आए होते,बात किए होते, तो मैं सुनता कि नहीं सुनता? आज वे सूरत गए, गुवाहाटी गए दर्शन करने। एकनाथ जी, आप विधायकों को मेरे पास क्यों नहीं लाए? एकनाथ जी, सीएम का पद शिवसेना परिवार का हक है। यह मेरा परिवार है, सिर्फ ठाकरे परिवार नहीं है।''
'मेरा शिवसैनिक ही वर्षा में जाएगा, यह मैं पक्का कह रहा हूं'
उद्धव ने कहा, ''आरोप है कि मैंने हिंदुत्व को खत्म किया, क्योंकि मैंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, तो मेरा सवाल है कि क्या बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती और नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं किया? वर्षा बंगले के मोह छोड़ा, जिद नहीं छोड़ी, तभी मैं मातोश्री आया हूं। लेकिन एक बात बता दूं, मेरा शिवसैनिक ही वर्षा में जाएगा, यह मैं पक्का कह रहा हूं। मेरे लड़के को मंत्री बनाया इसका दुख है, तो एकनाथ जी आपके बेटे को सांसद बनाया, इसमें क्या है?'' उद्धव ने अंत में कहा, ''आप मेरे साथ हो, मुझे और किसी की जरूरत नहीं। आप मेरे साथ हो मैं मिट्टी से आसमान बना लूंगा। जिनको जाना है खुलकर जाओ, शिवसैनिक मेरे साथ हैं, मैं दोबारा शिवसेना को खड़ा करूंगा। जय हिंद। जय महाराष्ट्र।''