Highlights
- 22 जून की रात से ठहरे हुए हैं विधायक
- एनसीपी ने पूछा-कौन कर रहा इन खर्चों का भुगतान
- खरीद-फरोख्त की कीमत 50 करोड़ रुपए!
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में संकट के बीच शिंदे गुट के बागी नेता असम में गुवाहाटी के रैडिसन होटल में डेरा डाले हुए हैं। वे वापस कब मुंबई आएंगे, इस बारे में अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन शिवसेना के बागी विधायकों के होटल में रहने और खाने पर रोज 10 लाख रुपए से अधिक राशि का खर्च हो रहा है। महाराष्ट्र के बागी विधायक गुवाहाटी (असम) के जिस होटल में रुके हैं। वहां के रूम का एक दिन का किराया ही करीब 7000 रुपए है।
22 जून की रात से ठहरे हुए हैं विधायक
सूत्र बता रहे हैं कि अब तक करीब 5 लाख रुपए से अधिक का किराया एक दिन का बन रहा है। इसके अलावा खाने का बिल भी रोजाना 6 से 8 लाख रुपये का बन रहा है। महाराष्ट्र के बागी विधायक गुवाहाटी के इस होटल में 22 जून की रात से ठहरे हुए हैं। इनमें 48 विधायक और 50 के करीब अन्य मेंबर शामिल हैं।
एनसीपी ने पूछा-कौन कर रहा इन खर्चों का भुगतान
शिवसेना के बागी नेताओं के गुवाहाटी के होटल में जमावड़े के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शनिवार को जानना चाहा कि गुवाहाटी और सूरत में होटल के बिल का भुगतान कौन कर रहा है। शिवसेना के ये बागी विधायक फिलहाल असम में डेरा डाले हुए हैं। राज्य में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा कर रही शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने आयकर विभाग (आईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से ‘काले धन’ के स्रोत का पता लगाने के लिए भी कहा।
खरीद-फरोख्त की कीमत 50 करोड़ रुपए!
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने पूछा कि सूरत और गुवाहाटी होटल के साथ ही चार्टर्ड विमानों के बिल का भुगतान कौन कर रहा है। क्या यह सच है कि खरीद—फरोख्त की कीमत 50 करोड़ रुपए है। उन्होंने कहा कि ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय और आईटी विभाग यदि सक्रिय हो जाते हैं तो काले धन का खुलासा हो जाएगा।
बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में संकट आया हुआ है। एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों और अन्य नेताओं के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले हुए हैं। गुवाहाटी से पहले शिंदे और पार्टी के अन्य विधायक सूरत के एक होटल में भी ठहरे थे। साथ ही चार्टर्ड विमान से वे सूरत एयरपोर्ट से गुवाहाटी के होटल पहुंचे। इस पर बड़ी राशि खर्च हुई। इसी बारे में एनसीपी ने सवाल उठाया है।
रिपोर्ट: जयप्रकाश सिंह, एजेंसी