Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के दोनों गुट आरपार की लड़ाई कर रहे हैं। शिंदे गुट राज्यपाल को चिट्ठी भेजेगा। वहीं डिप्टी स्पीकर ने ठाकरे ग्रुप की चिट्ठी को स्वीकार किया है। इस लेटर में ठाकरे की ओर से 12 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई थी। जब डिप्टी स्पीकर ने ठाकरे ग्रुप के लेटर को तवज्जो दी तो शिंदे गुट राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को लेटर भेजने की बात कर रहा है।
दरअसल, शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने अपना अलग गुट बनाकर खुद के विधायक दल के नेता पद से हटाए जाने को लेकर शिवसेना पार्टी की शिकायत डिप्टी स्पीकर से की थी। साथ ही एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में 37 विधायक उनके साथ होने का दावा भी किया है। लेकिन नरहरि झिरवाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा भेजे गए पत्र को ही स्वीकार किया है। इसमें अजय चौधरी को शिवसेना का नया गट नेता बनाने और एकनाथ शिंदे को गटनेता पद से हटाए जाने की जानकारी उद्धव ने डिप्टी स्पीकर को दी है।
नितिन तिवारी के हस्ताक्षर पर आज होगी जांच
डिप्टी स्पीकर सूरत से लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख की उस शिकायत पर भी कानूनी एक्सपर्ट से राय लेंगे, जिसमें देशमुख ने दावा किया है कि वो इंग्लिश में हस्ताक्षर करते है और एकनाथ शिंदे के समर्थन में जिन विधायकों के सिग्नेचर हैं। उसमें उनका सिग्नेचर मराठी में लिखा गया है। झिरवाल इस मामले की जांच करवाकर आगे का फैसला लेंगे।
बता दें कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। शिवसेना नेता अजय चौधरी, जिन्हें एकनाथ शिंदे की जगह विधायक दल का नया नेता बनाया गया है, उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखा और विधायक दल की बैठक में शामिल न होने पर गुवाहाटी में डेरा डाले शिंदे गुट के बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
अजय चौधरी के पत्र के बाद एकनाथ शिंदे की ओर से भी जवाबी लेटर महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को लिखा गया था। इसी बीच शिवसेना विधायकों का वाया सूरत गुवाहाटी के रैडिसन होटल पहुंचने का सिलसिला जारी है। विधायक दिलीप लांडे सूरत एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। वे भी गुवाहाटी जाकर शिंदे गुट में शामिल होंगे।