मुंबई: महाराष्ट्र की कुल 12711 ग्राम पंचायत सीटों के लिए हुए मतदान के बाद आये आखिरी चुनावी नतीजों में शिवसेना राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनती नजर आ रही है। शिवसेना समर्थित करीब 3113 उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं। वही दूसरे नंबर पर बीजेपी है। बीजेपी ने राज्यभर के जितने पैनल को अपना समर्थन दिया था उनमे से 2632 उम्मीदवार चुनाव जीतकर ग्राम प्रधान बने हैं। वहीं शरद पवार की एनसीपी राज्य की तीसरी बड़ी पार्टी बनी है। एनसीपी समर्थित 2400 उम्मीदवारों को इस चुनाव में सफलता मिली है।
कांग्रेस पार्टी चौथे नंबर पर रही है। कांग्रेस ने जिन-जिन पैनल को अपना समर्थन दिया था उनमे 1823 उम्मीदवार चुनाव जीते है। सबसे खराब हालत राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस की रही है-कल्याण,बदलापुर,अम्बरनाथ,नाशिक और राज्यभर में कई ग्रामीण बेल्ट में राज ठाकरे की पकड़ के बाद भी एमएनएस समर्थित महज 36 उम्मीदवार ही मैदान मार पाए हैं। वहीं निर्दलीय और स्थानीय पैनल पर चुनाव लड़ने वाले 2344 उमीदवार चुनाव जीते हैं।
सबसे रोचक बात ये है कि ग्राम पंचायत के चुनाव में किसी पार्टी का सिम्बॉल नहीं होता और ग्राम प्रधान और उनका पैनल लोकल चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ते हैं, जिन्हें राजनैतिक पार्टियां फंडिंग करती हैं। इसलिए खुलकर ये पता नही चलता कि किस राजनैतिक पार्टी का कौन सा पैनल है। अब जब नतीजे सामने आ गए है सभी राजनैतिक पार्टियां खुद के सबसे ज्यादा उम्मीदवार जीतने का दावा करने लगी हैं।
बीजेपी का दावा है कि उसने 6 हजार से ज्यादा उम्मीदवार जितवाये और सूबे की एक नम्बर की पार्टी है। वहीं शिवसेना,एनसीपी और कॉंग्रेस का कहना है कि महाविकास अघाड़ी की 10 हजार से ज्यादा सीटें आई है। ऐसे में अब ये समझना मुश्किल हो रहा है कि आखिर राज्य में किस को जनता का भरोसा ज्यादा मिला है। बीजेपी खुदके सबके बड़ी पार्टी होने का दावा कर रही है तो शिवसेना का कहना है कि वो सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
बड़ी बात ये भी की कई बड़े नेताओं के ख़ुद के चुनावी क्षेत्रों में दूसरी पार्टियों के उम्मीदवार विजयी हुए हैं, जैसे- पृथ्वीराज चव्हाण और रावसाहेब दानवे जैसे नेताओं के चुनावी क्षेत्रों में पार्टी के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है वही शिवसेना को कोंकण में जबकि बीजेपी को उत्तर महाराष्ट्र में नुकसान उठाना पड़ा है। चंद्रकांत पाटिल नो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष है अपने गांव खानापुर की सीटें हार गए, वहीं लातूर में अमित देशमुख के कॉन्स्टिट्वेंसी में बीजेपी ने बाजी मारी है।