Highlights
- प्रवीण राउत ने बताया कि 'उनके नाम ली गई प्रॉपर्टी का असली मालिक संजय राउत
- स्वप्ना पाटकर इस मामले की आखिरी कड़ी थी
- संजय राउत के घर से मिले कई अहम दस्तावेज
Maharashtra News: शिवसेना नेता संजय राउत पर ईडी ने शिकंजा कस दिया है। हिरासत में लेने के बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर दिया गया। संजय राउत की गिरफ्तारी में 4 किरदार अहम है। ये किरदार प्रवीण राउत, माधुरी राउत, सुजीत पाटकर और स्वप्ना पाटकर हैं। जानिए पत्रवाला चाल से शुरू हुई जांच कैसे संजय राउत तक पहुंची। दरअसल एक हजार करोड़ के घोटाले की सबसे पहले जानकारी PMC बैंक घोटाले की जांच के दौरान सामने आई। उसके बाद बैंक मनी ट्रेल को खंगालते हुए ED यानी प्रवर्तन निदेशालय प्रवीण राउत, उनकी पत्नी माधुरी तक पहुंची। माधुरी के बैंक अकाउंट से संजय राउत की पत्नी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किये गए थे। लेकिन संजय राउत को पूछताछ के लिए बुलाने से पहले ED की टीम लगातार कई दौर की पूछताछ के बाद प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर चुकी थी। अब बारी माधुरी प्रवीण की पत्नी और संजय राउत की पत्नी की थी। इसी जांच के दौरान संजय राउत की पत्नी का भी बयान लिया गया। तब सुजीत पाटकर और स्वप्ना पाटकर का नाम सामने आया।
प्रवीण राउत ने बताया कि 'उनके नाम ली गई प्रॉपर्टी का असली मालिक संजय राउत
प्रवीण राउत ने भी जांच में बताया कि उनके नाम ली गई प्रॉपर्टी का असली मालिक संजय राउत है। स्वप्ना और सुजीत पाटकर के घर भी रेड की गई। उनके भी बयान दर्ज किए गए। उन्होंने भी माना कि यह जो प्रॉपर्टी है, उसके असली हकदार संजय राउत हैं। राउत ने ही उनके नाम पर इन्वेस्टमेंट किया है। जबकि पत्रवाला चाल मामले में भी जांच में पता चला कि जो 3 हजार फ्लैट बनाने थे वो घर तो बने नहीं न ही आश्रितों को घर मिला। बल्कि पैसे को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए प्रवीण की कम्पनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के जरिए राउत अलग अलग लोगों के नाम पर इन्वेस्ट करते रहे।
स्वप्ना पाटकर इस मामले की आखिरी कड़ी थी
स्वप्ना और संजय राउत में रिश्ते भी खटक गए और धीरे धीरे बात जग जाहिर हो गई। संजय राउत स्वप्ना और उसके पति के नाम पर ली गई प्रॉपर्टी को अपने नाम ट्रांसफर करवाना चाहते थे। राज्य में MVA यानी महाविकास अघाड़ी की सरकार भी थी। संजय राउत की तूती बोलती थी लेकिन MVA सरकार जाते ही स्थिति तेजी से बदली। स्वप्ना ने भी सुर बदल लिए। जबकि प्रवीण राउत जेल में ही बंद हैं। ED की गिरफ्तारीं के बाद और स्वप्ना पाटकर प्रॉपर्टी ट्रांसफर के लिए तैयार नहीं हुई और राउत धमकी और गाली गालौज तक पहुंच गए। ये मामला भी मीडिया में आया ही नहीं, बल्कि इसमें केस भी दर्ज कर लिया गया। और यही से संजय राउत की मुश्किल बढ़ी। इस बीच समन पर वो ED दफ्तर भी एक बार अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे।
संजय राउत के घर से मिले कई अहम दस्तावेज
लेकिन अब जब ED ने संजय राउड पर रेड की, तो स्थिति बिल्कुल अलग थी। स्वप्ना से सौदा उन्हें महंगा पड़ा और वो राउत ED की हिरासत में आए। वहीं रेड के दौरान 11 लाख 50 हजार रुपए भी संजय राउत के घर से जब्त किए गए। क्योंकि राउत ने इन पैसों को लेकर कोई जवाब नहीं दिया। संजय राउत के घर से इसके अलावा कई अहम दस्तावेज भी जब्त किया गए हैं, जो कि पत्रवाला चाल से जुड़े हैं।