Highlights
- शिन्दे गुट चांद पर भी अपना ऑफिस खोल सकता है-राउत
- कल ये लोग बोलेंगे हम बाला साहेब को शिवसेना में लाए थे-राउत
- पार्लियामेंट का सेशन चल रहा है, ईडी से समय मांगूंगा-राउत
Maharashtra News: शिवसेना (Shiv Sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि आज वे ईडी (ED) के सामने पेश नहीं हो पाएंगे। अभी पार्लियामेंट का सेशन चल रहा है। उन्होंने कहा कि ईडी का समन आएगा इसकी मुझे पहले से ही कल्पना थी। उन्होंने कहा कि लोकशाही की खुलेआम हत्या हो रही है। संजय राउत ने सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उमीद जताई है और कहा कि हमे देश के सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा विश्वास है, देश का लोकतंत्र अभी मरा नहीं है।
असली नकली का मामला ही नहीं-राउत
संजय राउत ने कहा-असली नकली का मामला ही नहीं है। शिवसेना बाला साहब ठाकरे जी की है। अब ये जो नकली वाले हैं हमसे टूटे हुए फूटे हुए लोग वो ये भी कह सकते हैं कि बाला साहब ठाकरे को हमने ही पार्टी में लाया था या उद्धव ठाकरे को हमने ही शिवसेना प्रमुख बनाया है।
शिन्दे गुट चांद पर भी अपना ऑफिस खोल सकता है-राउत
हमारे पत्र का अध्यक्ष मोहदय ने उत्तर नही दिया और उनके पत्र पर तुरंत संज्ञान भी लिया जाता है। राहुल शिवाले जो कह रहे है वो गलत है। ब्लू सी होटल में बीजेपी-शिवसेना का 50-50 का फॉर्मूला तय हुआ था, लेकिन बीजेपी ने अपने शब्द नहीं पाले। आज भी हम , जो छोड़ कर चले गए, उन्हें अपना ही मानते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा-शिन्दे गुट चांद पर भी अपना ऑफिस खोल सकता है।
क्या है गोरेगांव पात्रा चाल केस
दरअसल ED ने अप्रैल में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो पार्टनर्स की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया था। ED ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, राकेश कुमार वाधवान, सारंग कुमार वाधवान, गुरु आशीष के पूर्व निदेशक प्रवीण राउत के खिलाफ मार्च 2018 में मुंबई पुलिस की EOW की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। कंस्ट्रक्शन, और एक MHADA अधिकारी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर जांच शुरू हुई थी।
पात्रा चॉल के किरायेदारों के लिए शुरू की थी पुनर्वास परियोजना
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने गोरेगांव में पात्रा चॉल के 672 किरायेदारों के पुनर्वास के लिए परियोजना शुरू की थी। ED ने दावा किया कि 672 किरायेदारों के पुनर्वास के अलावा, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को कुछ बने हिस्सों को MHADA को देना था। लेकिन डेवलपर ने इमारतों और म्हाडा के हिस्सों के निर्माण के बिना ही पुनर्वास परियोजना के फ्लोर स्पेस इंडेक्स को नौ बिल्डरों को बेच दिया और उनसे 901.79 करोड़ रुपए दिए । डेवलपर ने साइट पर प्रोजेक्ट लॉन्च करते समय संभावित फ्लैट खरीदारों से कई करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी एकत्र की, ये कथित भूमि घोटाला 1,034 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है ।
100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में हुए थे ट्रांसफर
ED ने जांच की तो पता चला कि तकरीबन 100 करोड़ रुपये रियल एस्टेट कंपनी HDIL से प्रवीण राउत के आकंट्स में ट्रांसफर किए गए थे, जिन्होंने इन फंडों का एक हिस्सा अपने करीबी सहयोगियों, परिवार के सदस्यों और बिजनेस ग्रुप के अलग खातों में भेज दिया था। ईडी ने कहा, '2010 में, इस आय का एक हिस्सा 83 लाख रुपये वर्षा राउत को प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी से मिला । वर्षा ने इस राशि का उपयोग दादर में फ्लैट खरीदने के लिए किया जिसे भी ED ने जब्त किया है और ईडी की जांच शुरू होने के बाद माधुरी को 55 लाख रुपये वापस कर दिए।
जमीन के सौदे में कैश का इस्तेमाल
ED की जांच में ये भी पता चला कि वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर के नाम पर अलीबाग के किहिम बीच पर 8 प्लॉट खरीदे गए थे । इस जमीन के सौदे कैश का इस्तेमाल किया गया था । ED ने कहा कि प्रवीण राउत की इन संपत्तियों और अन्य संपत्तियों की पहचान करने पर, उन्हें जब्त कर लिया गया ।
संजय राउत का करीबी है प्रवीण राउत
ED ने इस मामले में 11.15 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को जब्त किया है, जिसमें दादर में राउत की पत्नी वर्षा के पास एक फ्लैट और स्वप्ना पाटकर के साथ अलीबाग के पास किहिम में लिए गए आठ प्लॉट भी शामिल हैं। स्वपना शिवसेना नेता के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी हैं। ईडी ने इस मामले में प्रवीण राउत को फरवरी में गोरेगांव इलाके से गिरफ्तार किया था, वो फिलहाल ज्यूडिशियल कस्टडी में है। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं और संजय राउत के करीबी हैं ।