Maharashtra News: एनआईए के नेतृत्व में गुरुवार को कई राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के दफ्तरों और नेताओं के परिसरों पर छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी में कई लोगों को हिरासत में लिया गया था। इस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर के दफ्तर के बाहर जमा हुए थे। इस दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इस मामले को लेकर अब देशद्रोह के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
'दो अलग-अलग वीडियो आए हैं और उनकी जांच की जाएगी'
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "दो अलग-अलग वीडियो आए हैं और उनकी जांच की जाएगी, लेकिन महाराष्ट्र में अगर कोई पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता है, तो हम उन्हें नहीं बख्शेंगे। हमने देशद्रोह के आरोपों के तहत केस दर्ज किया है।" इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि इस तरह के नारे राज्य में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। सीएम शिंदे ने एक ट्वीट में कहा, "पुलिस तंत्र उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगा। छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि में इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।"
नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग
वीडियो में दिख रहा है कि जब हिरासत में लिए गए पीएफआई कार्यकर्ताओं को पुलिस वाहन में ले जाया जा रहा था, तब यह नारा कई बार लगाया गया। इस घटना के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी के कुछ नेताओं ने इस तरह की नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। पुणे पुलिस ने कहा है कि वे इसकी जांच कर रहे हैं।
पुलिस ने लगभग 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था
पीएफआई के ठिकानों पर देशभर में हुई छापेमारी के विरोध में संगठन ने पुणे शहर में शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। इस दौरान पुलिस ने लगभग 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। पुलिस की ओर से वाहन में बैठाते समय प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' ने नारे लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल ने कहा, "हमने अवैध रूप से प्रदर्शन करने के लिए पीएफआई सदस्यों के खिलाफ पहले से ही मामला दर्ज कर लिया है और हम नारेबाजी के मामले की जांच कर रहे हैं।"