Highlights
- सीएम एकनाथ शिंदे ने PM मोदी से की बात
- 2 बड़े कॉरपोरेट प्रोजेक्ट गुजरात जाने पर हुई चर्चा
- आदित्य ठाकरे, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने शिंदे को घेरा
Maharashtra News: महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने बीती रात अपने विधायकों के साथ बैठक के बाद PM मोदी से बात की है। दोनों के बीच महाराष्ट्र से 2 बड़े कॉरपोरेट प्रोजेक्ट वेदांता और फॉक्सकॉन के 1 लाख 58 हजार करोड़ के बड़े प्रोजेक्ट गुजरात चले जाने पर चर्चा हुई। वहीं इस मामले में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सीधा आरोप लगाया है कि ये दोनों प्रोजेक्ट उद्धव ठाकरे सरकार में महाराष्ट्र को मिल चुके थे लेकिन एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के प्रेशर में ये दोनों प्रोजेक्ट गुजरात राज्य को दान में दे दिए, जिससे गुजरात का और विकास हो और महाराष्ट्र पीछे चला जाए।
शिंदे पर आरोप लगाते हुए उनके विरोधियों ने कहा कि इन दोनों प्रोजेक्ट से हर साल महाराष्ट्र सरकार की तिजोरी में करोड़ों का रेवेन्यू मिलता। इससे 1 लाख से ज्यादा रोजगार की संभावनाएं भी धूमिल हो गई हैं। वहीं इस मुद्दे को विपक्ष जिस तरह उठाकर राज्य सरकार पर हमलावर है, उसको लेकर शिंदे और पीएम मोदी के बीच चर्चा हुई।
शिंदे ने की विधायकों के साथ बैठक
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने सभी विधायकों और नेताओं के साथ करीब 2 घंटे तक मैराथन बैठक की थी। नरीमन पॉइंट के महिला विकास सभागार में शाम को बैठक हुई जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने संगठन को महाराष्ट्र में मजबूती के साथ खड़ा करने के लिए सभी नेताओं को कहा। साथ ही आने वाले महापालिका चुनाव, ग्राम पंचायत और दूसरे चुनाव में शिंदे ग्रुप को ताकत के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार रहने को कहा गया।
BJP खेमे में नाराजगी
सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ग्रुप के विधायकों की कार्य पद्धति से बीजेपी खेमे में नाराजगी है। बीजेपी के भीतर बढ़ती नाराजगी को देखते हुए एकनाथ शिंदे ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सरकार की इमेज और विधायकों की कार्य पद्धति पर चर्चा होगी। बता दें कि पिछले कुछ समय से एकनाथ शिंदे ग्रुप के विधायकों के जिस तरीके से बयान आ रहे हैं या सड़क पर संघर्ष हो रहे हैं, उससे बीजेपी खेमे में असंतोष है। बीजेपी विधायकों और नेताओं ने इस बात पर असंतोष जताया है कि शिवसेना के एकनाथ शिंदे ग्रुप के विधायकों की वजह से वोटर्स टूट सकते हैं और बीजेपी को भी इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है।
शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच तनातनी
वहीं, मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के लिए एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच तनातनी कम होती नजर आ रही है। इसकी वजह ये है कि शिंदे का गुट अपनी दशहरा रैली बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में करने के लिए राजी हो गया है। शिंदे गुट ने कहा है कि अगर हमें शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की अनुमति नहीं मिलती है तो हम बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान में रैली करने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना और उससे अलग हुए शिंदे गुट दोनों धड़ों ने दशहरा रैली आयोजित करने के लिए BMC से इजाजत मांगी है लेकिन निगम ने अभी तक उनके आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है। दशहरा रैली शिवसेना का हर साल होने वाला एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इस बीच सीएम शिंदे ने कहा है कि उनकी रैली में भारी संख्या में लोग जुटेंगे जो इस बात का संकेत होगी कि उनका गुट ही बालासाहेब ठाकरे की असली शिवसेना है।