Highlights
- एकनाथ शिंदे एक दिवसीय दौरे पर आ रहे दिल्ली
- शिवसेना सांसदों को लेकर कर सकते हैं बड़ा ऐलान
- शिंदे के सीएम बनने के बाद राजधानी का यह दूसरा दौरा
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज सोमवार देर रात दिल्ली के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने उनके एक दिवसीय दौरे का कोई कारण नहीं बताया है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो उद्धव ठाकरे को एक बड़ा झटका देने की तैयारी के साथ एकनाथ शिंदे दिल्ली आ रहे हैं। शिवसेना संसदीय दल का नेता अब शिंदे गुट का होगा।
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे गुट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भावना गवली को संसदीय दल का नेता बनाने का फैसला लिया गया है। आज शिवसेना के 19 में से 12 सांसदों ने शिंदे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। शिंदे गुट ने लोकसभा स्पीकर को भी अपने फैसले के बारे में बता दिया है। ऐसे में आज रात एकनाथ शिंदे शिवसेना के सांसदों को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
संसदीय दल की नेता भावना गवली को बनाने का फैसला
एकनाथ शिंदे गुट के विधायक दल के चीफ व्हिप भरत गोगावले ने इंडिया टीवी को बताया, "आज 12 सांसदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एकनाथ शिंदे की बात हुई। बातचीत में राष्ट्रीय कार्यकारणी के नाम तय हुए, जिसमें लोकसभा में संसदीय दल की नेता भावना गवली को बनाने का तय हुआ। इस संदर्भ में लोकसभा स्पीकर को मुख्यमंत्री शिंदे ने खत लिखा है। एकनाथ शिंदे आज रात दिल्ली रवाना होंगे। वहीं, इन सारी बातों का खुलासा कर सकते हैं।"
मंगलवार देर रात मुंबई लौटेंगे सीएम एकनाथ शिंदे
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि एकनाथ शिंदे मंगलवार देर रात मुंबई लौटेंगे। 30 जून को यहां मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शिंदे का राष्ट्रीय राजधानी का यह दूसरा दौरा होगा। शिंदे और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 8 और 9 जुलाई को नई दिल्ली का दौरा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी।
महाराष्ट्र राजनीतिक संकट पर 20 जुलाई को सुनवाई
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र में हालिया राजनीतिक संकट से संबंधित याचिकाओं पर 20 जुलाई को सुनवाई करने वाला है, जिसके कारण महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार गिर गई थी। गौरतलब है कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी के कई विधायकों ने बगावत कर दी थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 29 जून को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। एक दिन बाद बागी गुट ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।