Highlights
- गंदा पानी बना पूरे गांव के लिए काल
- अब तक हुई चार लोगों की मौत
- पूरा गांव डायरिया की चपेट में
Maharashtra News: महाराष्ट्र के चंद्रपुर में राजुरा तहसील में आने वाले देवाड़ा गांव के लोगों को डायरिया जैसी गंभीर बीमारी का समाना करना पड़ रहा है। अब तक इन बीमारियों की चपेट में आने से गांव के चार लोगो की मौत हो गई है। तो वहीं डायरिया की चपेट में आने से सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती हैं। गांव वालों के मुताबिक नलों में दूषित पानी आ रहा है और मजबूरन गांव वालों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है।
पूरा गांव डायरिया की चपेट में
दरअसल, नल योजना के तहत ग्रामीणों के घर तक जा रही नल की पाइप लाइन में लीकेज है और ये पाइप लाइन गंदे नाले से होकर जाती है, जिसके कारण नाले का का गंदा पानी लीकेज पाइप लाइन के जरिये लोगो के घरो तक पहुंच रहा है और लोग मजबूरन वही गंदा पानी पी रहे हैं। जिसका नतीजा यह है कि आज पूरा गांव डायरिया की चपेट में आ गया है।
गांव में डायरिया इतना बढ़ गया की सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती हो गए, आठ लोगों की हालत गंभीर होने से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है, गांव में चार लोगों की मौत के बाद प्रशासन को होश आया और गांव में हेल्थ कैंप लगा कर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है, पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री हंसराज अहीर ने इस गांव में जाकर मरीजों का हाल जाना और प्रशासन के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये और तुरंत उपाय योजन के निर्देश दिए, इस परिसर में देवाड़ा , सोंडो, टेम्भुरवाही और सिद्धेश्वर ये चार गांव डायरिया से प्रभावित हैं, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित देवाड़ा गांव हैं। ये पूरा का पूरा गांव ही डायरिया की चपेट में है।
चार लोगों की मौत हो गई है
यहां के एक ग्रामीण श्रीनिवास मंथनवार ने कहा, "गांव में कॉलरा नामक संक्रमण फैलने से यहां के लोगों को दस्त, उल्टी चालू हो गई, इसी कारण से चार लोगों की मौत हो गई है। डीएचओ कल आये थे, उन्होंने पानी की जांच की और कॉलरा घोषित कर दिया। गांव में ग्रामपंचायत और PSC के मार्फ़त मदत दी जा रही है, लेकिन कुछ जगह एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाने से असुविधा हो रही है।" वहीं एक दूसरे ग्रामीण राकेश डेंगरे इस पर कहते हैं, "मेरे लड़के को डायरिया हो गया है, वो गंभीर था, अभी आराम है, ये पानी की वजह से हो रहा है। यहां के 80 प्रतिशत लोग डायरिया के शिकार हैं, कुछ गंभीर लोगो को यहां से रेफर कर दिया जा रहा है।"
गांव के पानी का स्त्रोत गंदे पानी में डूबा है
देवाड़ा में डॉक्टर विपिन कुमार ओडेला कहते हैं, 'हमारे पास चार गांवों के मरीज आ रहे हैं, सबसे ज्यादा देवाड़ा गांव के मरीज हैं, उसके बाद सोंडो, टेम्भुरवाही और सिद्धेश्वर के हैं, अब तक हमारे पास 97 डायरिया के मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसमे से 8 लोगों को बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है। बाकि का इलाज यहीं चल रहा है। हमारे पास अब तक 3 मौतें दर्ज हुई हैं। चौथी जो मौत हुई है उसकी जांच जारी है, तीन जो मौतें हुई हैं वो निजी अस्पताल में भर्ती थे, हमारे पास से अब तक 70 मरीज ठीक होकर गए हैं, इसके पीछे का कारण जब हमने गांव में जाकर देखा तो जो गांव के पानी के स्त्रोत हैं, वो गंदे पानी में डूबे हुए है, किसी प्रकार की ब्लीचिंग भी नहीं हुई है, इसलिए ये समस्या हुई है।