Highlights
- 2018 से है सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्टस पर बैन
- बैन लगाने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बना
- प्लास्टिक प्रोडक्ट से बढ़ रहा कचरा
Maharashtra News: महाराष्ट्र में एक बार इस्तेमाल कर फेंकने वाले कप-प्लेट जैसे ‘प्लास्टिक-कोटेड और लेमिनेटेड’ प्रोजक्ट बुधवार से बैन कर दिए जाएंगे। इसकी जानकारी एक ऑफिसियल प्रेस रिलीज से मिली है। यह निर्णय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मंगलवार को बुलाई गई एक बैठक में लिया गया।
सिंगल यूज प्लास्टिक का हो रहा था इस्तेमाल
महाराष्ट्र ने पहले ही सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) वाली प्लास्टिक प्रोडक्टों पर बैन लगा दिया है, लेकिन यह देखा गया है कि एक बार इस्तेमाल करके फेंकने वाले कप-प्लेट आदि और प्लास्टिक कोटिंग या लेमिनेशन वाले अन्य प्रोडक्ट बेचे जा रहे थे। ये उत्पाद कचरे को बढ़ा रहे थे। इसे रोकने को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर राज्य सरकार ने प्लास्टिक कोटेड और प्लास्टिक लैमिनेटेड उत्पादों पर बैन लगा दिया है। शिंदे सरकार के इस निर्णय से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है।
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्टस पर बैन
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए बैन को लागू करने के लिए गठित अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिशों को सरकार द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया था। महाराष्ट्र में सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्टस पर बैन 2018 से लगा हुआ है और नया नियम ऐसे प्रोडक्टस की प्रकृति के बारे में अस्पष्टता को दूर करने के लिए लागू किया गया है।
कौन-कौन से प्रोडक्ट पर बैन
सरकार के फैसले के तहत प्लास्टिक कोटिंग के साथ एल्यूमीनियम या कागज से बने डिस्पोजेबल बर्तन, कप-प्लेट, गिलास, चम्मच, कटोरे, कंटेनर जैसे एक बार इस्तेमाल में आने वाले प्लास्टिक कोटेड प्रोडक्ट बैन कर दिए गए हैं। सरकार की तरफ से कहा गया है कि प्रतिबंध का मुख्य उद्देश्य दैनिक कचरे में प्लास्टिक कचरे को कम करना है।