Highlights
- महाराष्ट्र के राज्यपाल के बयान पर बढ़ा विवाद
- कोश्यारी के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी युवासेना
- सभी विधानसभाओं में चलाया जाएगा सिग्नेचर अभियान
Maharashtra News: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान को लेकर अब राज्य की राजनीति का तापमान बढ़ता दिखाई दे रहा है। राज्यपाल कोश्यारी के खिलाफ आदित्य ठाकरे की युवासेना ने सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। युवासेना की ओर सरविवार को महाराष्ट्र के हर विधानसभा में राज्यपाल के खिलाफ सिग्नेचर अभियान चलाया जाएगा। ये अभियान कल सुबह 11 बजे शुरु होगा।
राज्यपाल कोश्यारी ने बयान में क्या कहा?
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर आदित्य ठाकरे की युवा सेना का कहना है कि हिंदूओं में फूट ड़ालने वाले, मराठी लोगों का अपमान करने वाले कोश्यारी को उनके पद से हटाया जाए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने टिप्पणी की थी कि अगर मुंबई से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाए तो ‘‘शहर के पास न तो पैसे रहेंगे’’ और न ही वित्तीय राजधानी का तमगा रहेगा।
सीएम शिंदे ने बयान पर जताई असहमति
कोश्यारी के बयान को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह मुंबई के संबंध में राज्यपाल कोश्यारी की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में मराठी लोगों द्वारा किए गए योगदान को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। विपक्षी दलों ने भी राज्यपाल की टिप्पणी की निंदा की और उनसे इस टिप्पणी को लेकर माफी मांगने की मांग की। इस बीच, टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बाद राज्यपाल ने शनिवार को कहा कि उनकी टिप्पणियों को गलत समझा गया है। उन्होंने कहा कि उनका ‘‘मराठी भाषी लोगों की कड़ी मेहनत को कमतर करने का कोई इरादा नहीं था।’’ राज्यपाल ने कहा कि उनकी टिप्पणी को ‘‘तोड़-मरोड़’’ कर पेश किया जा रहा है।
"कोश्यारी को घर वापस भेजा जाए या जेल"
मुंबई के पश्चिमी उपनगर अंधेरी में एक चौक के नामकरण समारोह को संबोधित करते हुए कोश्यारी ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘मैं यहां के लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र, खास तौर पर मुंबई और ठाणे से हटा दिया जाए, तो आपके पास पैसे नहीं रहेंगे और न ही मुंबई वित्तीय राजधानी बनी रह पाएगी।’’ शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी से मुंबई के संबंध में की गई टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि अब यह तय करने का समय आ गया है कि उन्हें घर वापस भेजा जाना चाहिए या जेल। ठाकरे ने राज्यपाल पर मुंबई और ठाणे में ‘‘शांति से रह रहे हिंदुओं को बांटने’’ की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।