मुंबई। महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 62,097 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 39,60,359 हो गई। इसके अलावा 519 और रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 61,343 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आज 54,224 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद छुट्टी दे दी गई। जिसके बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 32,13,464 हो गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में उपचाराधीन रोगियों की कुल संख्या 6,83,856 हो गई है। मुंबई में संक्रमण के 7,192 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 5,94,059 हो गई है। इसके अलावा 34 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 12,446 तक पहुंच गई है।
महाराष्ट्र में ‘कड़ा लॉकडाउन’ लगाए जाने की संभावना, दसवीं की परीक्षाएं रद्द
महाराष्ट्र कैबिनेट ने ‘‘कड़ा लॉकडाउन’’ लगाए जाने की अनुशंसा की है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस सिलसिले में बुधवार को घोषणा कर सकते हैं। यह जानकारी यहां एक वरिष्ठ मंत्री ने दी। लोक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी सूचित किया कि कैबिनेट ने राज्य बोर्ड की दसवीं की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय किया है।
मंत्री ने मंगलवार की कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि महाराष्ट्र में पिछले दो हफ्ते से कोरोना वायरस के मामले प्रतिदिन 50 हजार से अधिक आ रहे हैं, लेकिन लोग आवाजाही एवं भीड़ इकट्ठा करने पर लगी पाबंदियों का उल्लंघन कर रहे हैं।
टोपे ने कहा, ‘‘कोविड-19 के प्रसार को न्यूनतम करने के लिए सभी कैबिनेट मंत्रियों ने कड़ा लॉकडाउन लगाए जाने का पक्ष लिया। मंत्री राज्य के सभी क्षेत्रों से हैं, इसलिए इससे संकेत मिलता है कि पूरे राज्य में यह उपाय लागू किए जाने की जरूरत है।’’ टोपे ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कड़े उपायों के बारे में आधिकारिक घोषणा कल कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने यह भी निर्णय किया कि राज्य बोर्ड की दसवीं की परीक्षा रद्द की जाए।
टोपे ने कहा, ‘‘12वीं की परीक्षा निश्चित तौर पर होगी लेकिन हमने दसवीं के छात्रों को राहत देने का फैसला किया है।’’ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य वर्तमान में प्रतिदिन ‘‘1550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के साथ काम चलाया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य को दूसरे राज्यों से 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त करने की अनुमति है। केंद्र हमें 300 मीट्रिक टन और ऑक्सीजन दे सकता है, लेकिन हम 2000 मीट्रिक टन से ज्यादा नहीं प्राप्त कर सकते हैं।’’ लोक निर्माण मंत्री शिंदे ने कहा कि ऑक्सीजन वाले टैंकरों को एंबुलेंस का दर्जा दिया जा सकता है ताकि उनकी सुचारू एवं तेजी से आवाजाही हो सके।