मुंबई। महाराष्ट्र में शुक्रवार (30 अप्रैल) को पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 62,919 नए मामले, 828 मौतें और 69,710 डिस्चार्ज दर्ज़ किए गए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 6,62,640 हो गए हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 62,919 मामले सामने आए और 828 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दी।
संक्रमण के नए मामले बीते गुरुवार की तुलना में कम रहे, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ गई। राज्य में गुरुवार को संक्रमण के जहां 66,159 मामले आए थे वहीं मृतकों की संख्या 771 रही थी। इसी के साथ शुक्रवार को कुल संक्रमितों की संख्या 46,02,472 हो गई जबकि मृतकों की कुल संख्या 68,813 रही।
मुंबई में 3,925 नए कोविड मामले, 89 मौतें और 6,380 रिकवरी रिपोर्ट की गई। मुंबई में कोरोना के कुल मामले 6,48,624 हो गए हैं। मुंबई में कोरोना से मृतकों की कुल संख्या 13,125 हो चुकी है। राज्य में शुक्रवार को 69,710 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई जिससे राज्य में अभी तक 38,68,976 लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र सरकार वायरस के जीनोम अनुक्रमण का अध्ययन कराएगी
महाराष्ट्र सरकार ने जीनोम अनुक्रमण का अध्ययन करने के लिए कोरोना वायरस के नमूने को सीएसआईआर-जीनोमिकी और समवेत जीवविज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) भेजने का फैसला किया है। यह जानकारी आधिकारिक आदेश में दी गई। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि प्रत्येक जिले से 25-25 कोविड-19 मरीजों के नमूनों को हर सप्ताह संस्थान को भेजे जाएंगे। इसमें यह भी सूचित किया गया कि देश में ‘डबल म्यूटेंट’ (दोहरे आनुवांशिकी परिवर्तन) का पता यवतमाल और अमरावती के नमूनों से हुआ।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के इन दो पूर्वी जिलों से नमूने पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजे गए थे। सरकार आदेश में इंगित किया गया कि इससे पहले केरल सरकार ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से सबद्ध आईजीआईबी से जीनोम अनुक्रमण के लिए संपर्क किया था। सरकार के आदेश के मुताबिक जीनोम अनुक्रमण पर तीन चरणों में तीन महीने तक अध्ययन किया जाएगा जिसपर 1.62 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से मुहैया कराई जाएगी।
महाराष्ट्र सरकार को मई में मिलेंगे कोविड रोधी 18 लाख टीके- मंत्री
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीका विनिर्माताओं ने राज्य सरकार को बताया है कि राज्य को मई के महीने में कोविड रोधी 18 लाख टीके उपलब्ध कराए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 18 से 44 साल की आयु तक के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य और निजी अस्पतालों को टीकों के वितरण के बारे में केंद्र की ओर से कोई स्पष्टता नहीं है। दो दिन पहले, महाराष्ट्र सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि 18-44 आयु समूह के लोगों के टीकाकरण के तहत राज्य में मई के पहले दिन ही टीकाकरण नहीं किया जा सकता क्योंकि उसके पास पर्याप्त संख्या में टीके नहीं हैं।
वर्तमान में भारत में कोविड रोधी दो टीके-सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक का ‘कोवैक्सीन’ हैं। टोपे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह दोनों विनिर्माताओं से 50 प्रतिशत टीके खरीदेगी। शेष 50 प्रतिशत टीके राज्य, निजी अस्पताल और औद्योगिक निजी अस्पताल खरीदेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार बड़ी संख्या में टीके खरीदने का ऑर्डर दे तो दोनों विनिर्माता किसे आपूर्ति करेंगे, यह एक सवाल है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सवाल भी उठता है कि क्या केंद्र सरकार टीकों के समूचे वितरण को नियमित करने के लिए हस्तक्षेप करेगी। इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि कैसे और किस आधार पर सभी राज्यों को टीकों का वितरण किया जाएगा।’’
मंत्री ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह मई में 14-15 लाख (कोविशील्ड) टीकों की आपूर्ति कर सकता है, जबकि भारत बायोटेक की ओर से लगभग चार लाख (कोवैक्सीन) टीकों की आपूर्ति होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगभग 18 लाख टीके मिलेंगे। यदि हम टीका केंद्रों की संख्या सीमित रखें तो हम कोविड-19 टीकाकरण की गति बरकरार रख सकते हैं।’’
टोपे ने 18-44 आयु समूह के लोगों के टीकाकरण के बारे में कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को वास्तव में लगता है कि राज्य एक मई से टीकाकरण की शुरुआत कर सकता है। एक मई राज्य का स्थापना दिवस भी है।’’ उन्होंने कहा कि लोगों को पूर्व अनुमति के बाद ही टीकाकरण केंद्र पहुंचना चाहिए। टोपे ने कहा कि प्रत्येक राज्य महामारी के मामलों में वृद्धि का सामना कर रहा है, इसलिए केंद्र को कोई ऐसी नीति बनानी चाहिए जिससे हर राज्य को बराबर मात्रा में टीके मिल सकें।
कोविड-19: बीएमसी की दूल्हा, दुल्हन के परिवार एवं हॉल के खिलाफ कार्रवाई
दक्षिण मुंबई में एक बैंक्वेट हॉल प्रबंधन के खिलाफ कोविड-19 मानदंडों का उल्लंघन करके एक विवाह समारोह का आयोजन करने को लेकर शुक्रवार को 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं दूल्हा और दुल्हन के परिवारों के खिलाफ पुलिस में एक मामला दर्ज किया जा रहा है। यह जानकारी बीएमसी के एक अधिकारी ने दी।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बाबुलनाथ क्षेत्र स्थित हॉल ने महाराष्ट्र सरकार की कोविड-19 की 'श्रृंखला तोड़ने' के लिए लगायी गई पाबंदियों का उल्लंघन किया, जो 15 मई तक लागू हैं। इन पाबंदियों के तहत, किसी विवाह समारोह में शामिल होने वाले लोगों की अधिकतम संख्या 25 हो सकती है, जबकि कार्यक्रम दो घंटों के भीतर समाप्त होना चाहिए।
अधिकारी ने कहा, ‘‘विवाह समारोह में लगभग 150 लोग शामिल हुए थे। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बीएमसी के डी वार्ड की एक टीम ने समारोह के दौरान हॉल में छापा मारा और पाया कि सामाजिक दूरी के नियम का भी पालन नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर गामदेवी पुलिस थाने में दूल्हे और दुल्हन के परिवारों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है।’’