Maharashtra MLC elections: महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने गुरुवार को कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में अपनी क्षमता दिखाई थी और विधान परिषद चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए वह 20 जून को एक और ‘‘बम’’ गिराएंगे। विधान परिषद की 10 सीटों के लिए अगले सप्ताह होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने 5 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जबकि महा विकास अघाड़ी (MVA) के तीन घटकों शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं।
जानिए क्या है वोटों का समीकरण
पाटिल ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘‘विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस 20 जून को एक और बम गिराएंगे क्योंकि भाजपा राज्य विधानमंडल के उच्च सदन की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल करने जा रही है। वह राज्यसभा में पहले ही अपनी क्षमता दिखा चुके हैं क्योंकि पार्टी ने जिन तीनों सीटों पर चुनाव लड़ा था, उन सभी सीटों पर जीत हासिल की।’’ विधान परिषद के लिए निर्वाचित होने के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 27 विधायकों के वोट की आवश्यकता होती है। भाजपा के पास 106 विधायक हैं, हालांकि राज्यसभा चुनाव के दौरान वह 123 विधायकों का समर्थन हासिल करने में सफल रही थी।
पार्टी को पांचवीं सीट जीतने के लिए निर्दलीय विधायकों और छोटे दलों के लगभग 29 वोटों की जरूरत है। इस बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, ‘‘हमें यकीन है कि हम एमएलसी की पांचवीं सीट जीतेंगे। हमारे पास स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त वोट हैं और हम जीतेंगे भी क्योंकि फडणवीस वहां हैं।’’ राज्यसभा चुनावों के विपरीत जिसमें विधायकों को वोट डालने के बाद संबंधित पार्टी के अधिकृत प्रतिनिधि को अपना मतपत्र दिखाना होता है, विधान परिषद के चुनाव गुप्त मतदान के माध्यम से होंगे, जिससे क्रॉसिंग-वोटिंग और निर्दलीय एवं छोटे दलों के निष्ठा बदलने की आशंका होगी।
BJP ने इन्हें दिया है टिकट
भाजपा ने निवर्तमान एमएलसी प्रसाद लाड और प्रवीण दारेकर को फिर से टिकट दिया है और साथ ही राम शिंदे, उमा खापरे और श्रीकांत भारतीय को भी टिकट दिया है। कांग्रेस ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे को मैदान में उतारा है। राकांपा ने विधान परिषद के वर्तमान सभापति रामराजे नाइक निंबालकर और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे को मैदान में उतारा है, जबकि शिवसेना ने आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले से पार्टी के एक पदाधिकारी सचिन अहीर और अमश्या पड़वी को उम्मीदवार बनाया है।
राज्य विधानमंडल के उच्च सदन के लिए मतदान राज्यसभा चुनाव के कुछ दिनों बाद हो रहा है, जिसमें भाजपा ने अपने तीसरे उम्मीदवार धनंजय महादिक के लिए आश्चर्यजनक जीत सुनिश्चित की थी और शिवसेना का खेल बिगाड़ दिया था। शिवसेना उम्मीदवार संजय पवार 10 जून के चुनाव में हार गए थे। चुनाव कराना इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि परिषद के 10 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।