मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से ही सूबे की सियासत में जोरदार हलचल देखने को मिल रही है। माना जा रहा है कि सत्तारुढ़ गठबंधन में अजित पवार के गुट के शामिल होने से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी के बाकी नेता मंत्रालयों के बंटवारे के मुद्दे को लेकर नाराज हैं। हालांकि इस मुद्दे पर मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री आवास वर्षा बंगले पर सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने एक बैठक की।
रात सवा एक बजे तक चली बैठक
सीएम आवास पर हुई इस बैठक में शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी के ये बड़े नेता करीब 1.5 घंटे तक मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे पर चर्चा करते रहे। बैठक रात 11.30 बजे शुरू हुई थी और देर रात करीब 1.15 बजे तक जारी रही। बता दें कि इन पार्टियों के नेताओं के बीच लगातार 3 दिनों में यह तीसरी बैठक हुई है। सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि बैठक के बाद जल्द से जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होगा और विभागों का बंटवारा किया जाएगा।
अजित पवार ने ला दिया है सियासी भूचाल
बता दें कि सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने कहा था कि उनकी पार्टी ने देश के विकास के लिए एकनाथ शिंदे नीत सरकार का हिस्सा बनने का फैसला किया। हालांकि अजित पवार के सत्तारुढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद सबसे ज्यादा असहज शिंदे का खेमा ही नजर आ रहा है, क्योंकि इससे बीजेपी पर दबाव बनाए रखने की उनकी ताकत पर असर पड़ना तय है। वहीं दूसरी तरफ सियासी पंडितों का मानना है कि एनसीपी में टूट से न केवल महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आया है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका असर पड़ेगा और विपक्षी एकता में दरार देखने को मिल सकती है।