मुंबई/नई दिल्ली। पिछले हफ्ते दिल्ली में बीजेपी और शिवसेना के दो बड़े नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया है। पिछले हफ्ते हुई इस बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ शिवसेना नेता संजय राउत की मुलाकात हुई। पिछले हफ्ते जो मुलाकात हुई थी। उससे पहले शिवसेना ने कृषि बिल पर वोटिंग से पहले वॉकआउट कर लिया था। ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि बीजेपी और शिवसेना के बीच कुछ डील हुई है और अब देवेंद्र फडणवीस और शिवेसेना सांसद संजय राउत के बीच मुलाकात के बाद इन आशंकाओं को बल मिल गया है।
फिलहाल, महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार है। बता दें कि, इससे पहले 18 सितंबर को केंद्रीय राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे और संजय राउत के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के एक हफ्ते बाद संजय राउत आज देवेंद्र फडणवीस से मिले हैं। तब उस मुलाकात के बाद रावसाहेब दानवे ने कहा था कि, हम दोनों के घर आसपास हैं और मैं उनके घर मॉर्निंग वॉक करते हुए चाय पीने गया था। गौरतलब है कि, इसी मुलाकात के बाद शिवसेना के सांसद राज्यसभा में कृषि बिल पर मतदान से पहले बाहर चले गए थे।
गौरतलब है कि संसद से पारित कृषि संबंधी तीन बिलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने इसे लागू नहीं करने का फैसला लिया है। देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में यह सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि कहीं महाराष्ट्र में भी तो बिहार पैटर्न दोहराने की तैयारी नहीं हो रही है। बता दें कि बिहार में 2015 में हुए विधानसभा चुनावों के बाद जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन कुछ ही महीने बाद दोनों में मतभेद सामने आए और नीतीश की पार्टी भगवा दल के साथ आ गई और आरजेडी सत्ता से बाहर हो गई। महाराष्ट्र की कहानी हालांकि उससे थोड़ी-सी अलग है। यहां बीजेपी-शिवसेना साथ मिलकर चुनाव लड़े थे, लेकिन बाद में उद्धव की पार्टी ने कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन कर सरकार बना ली थी।
संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात पर बीजेपी की ओर से सफाई भी दी गई है। महाराष्ट्र बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा इस मीटिंग का कोई भी राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं था। उन्होंने ट्वीट किया, 'राउत शिवसेना के मुखपत्र सामना के लिए देवेंद्र फडणवीस का इंटरव्यू करना चाहते थे। बस इसी को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है।' उपाध्ये ने कहा, 'फडणवीस ने राउत को इस बात की जानकारी दी थी कि वह जब बिहार के चुनाव प्रचार से लौट आएंगे तब वह इंटरव्यू देंगे।'