अयोध्या में 22 तारीख को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन महाराष्ट्र सरकार की अवकाश की घोषणा को विश्व हिंदू परिषद ने स्वागत योग्य बताया है। विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि उन लोगों ने अवकाश की पहल की थी कि 22 तारीख को महाराष्ट्र में सार्वजनिक छुट्टी घोषित की जाए। यह बात विश्व हिंदू परिषद विदर्भ प्रांत के मंत्री गोविंद शेडे ने कही। गोविंद शेडे का कहना है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कारसेवक थे। साथ ही साथ महाराष्ट्र के कई मंत्री भी कार सेवक रहे हैं। अब इस छुट्टी के बाद पूरे महाराष्ट्र में दुगनी ताकत से प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनेगा।
15 से 20 हजार गैर हिंदू भी होंगे शामिल
साथ ही साथ गोविंद शेडे ने कहा कि छुट्टी नहीं भी होती तो भी उत्सव जोर शोर से होता, लेकिन छुट्टी की घोषणा के बाद दुगनी ताकत से यह उत्सव मनेगा। गोविंद शेंडे ने आगे कहा कि लगभग 1 करोड़ लोगों के घरों में पूजीत अक्षत का वितरण किया गया है, जिनमें से 15 से 20 हजार गैर हिंदू धर्म के लोग हैं, जिन्होंने सार्वजनिक दीप उत्सव में शामिल होने की सहमति दिखाई है।
शिंदे सरकार के कई मंत्रियों-विधायकों ने की थी मांग
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन महाराष्ट्र में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है। महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने 22 जनवरी को छुट्टी का ऐलान किया है। बता दें कि राज्य में बीजेपी के साथ-साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के विधायकों ने भी 22 जनवरी को छुट्टी घोषित करने की मांग की थी। विधायकों ने इस संबंध में सीएम एकनाथ शिंदे को पत्र भी लिखा था।
क्या-क्या रहेगा बंद?
महाराष्ट्र सरकार के आदेश के अनुसार 22 जनवरी को मुंबई, पुणे समेत पूरे राज्य में केंद्र सरकार के दफ्तार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और बीमा फर्म दोपहर 2:30 बजे तक बंद रहेंगी। इसके अलावा सरकारी आदेश के अनुसार राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर पूरे दिन बंद रहेंगे।
ये भी पढ़ें-
- एक तरफा इश्क में बना अपराधी! दूसरे लड़कों से बात करती थी दोस्त, शख्स ने किया अपहरण
- गुरमीत राम रहीम फिर आएगा जेल से बाहर, ये है पैरोल की टाइमिंग के पीछे तीन कारण