महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में शनिवार (20 जुलाई) को बाढ़ जैसे हालात बन गए। सुबह 5:00 बजे से शुरू हुई भारी बारिश ने पूरे इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति कर दी है। जिले के सड़क अर्जुनी तहसील के ग्राम पिपरी में "चुलबंद नदी " ऊफान पर है। इसी बीच खेत में धान की रोपाई और कृषि कार्य निपटाने गए पिता पुत्र जब तेज बारिश के बीच घर की ओर लौट रहे थे तो नदी उफान पर थी। पुल के ऊपर 3 फिट पानी भरा हुआ था। ऐसे में दोनों कुछ देर ठहर गए और पानी के उतरने का इंतजार करने लगे।
बाप-बेटे पुल से पानी कम होने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच बारिश और तेज हो गई, जिसके कारण जल स्तर बढ़ता चला गया और चारों तरफ से दोनों पानी से घिर गए। जान बचाने के लिए किसान रविंद्र फुंडे और उनके बेटे अजय फुंडे ने पेड़ का सहारा लिया।
पेड़ पर चढ़कर किया फोन
चारों तरफ से पानी से घिरने के बाद दोनों पेड़ के ऊपरी डाल पर जाकर खड़े हो गए। इसके साथ ही ग्रामीणों को फोन कर खुद के बाढ़ में फंसे होने की सूचना दी। इसके बाद जिला आपदा प्रबंधन विभाग को सूचित किया गया। एनडीआरएफ की टीम और बचाव दल मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। बाढ़ का पानी अधिक होने की वजह से बचाव कार्य में समय लग रहा है। बाढ़ के पानी में फंसे पिता-पुत्र को सुरक्षित निकालने के लिए रबर मोटर बोट बुलाई गई।
जल्द पूरा होगा रेसक्यू
बचाव में जुटे लोगों के अनुसार रबर मोटर बोट आने के बाद दोनों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। खबर लिखे जाने तक बचाव कार्य जारी था। बाढ़ में फंसे लोगों के पास रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है। ऐसे में दोनों की जान खतरे से बाहर है और जल्द ही उनके सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की उम्मीद है।
बहारहाल बचाव कार्य जारी है।
(गोंदिया से रवि आर्य की रिपोर्ट)
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