पुलिस से रिटायर हुए अधिकारियों की राजनीति में एंट्री अब आम हो चली है। पुलिस की नौकरी से वीआरएस लेकर यूपी सरकार में मंत्री बने असीम अरुण की गिनती बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती है। यूपी समेत कई राज्यों के पुलिस अधिकारी राजनीति में एंट्री करने को बेताब हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय पांडे ने शुक्रवार को घोषणा की है कि वह मुंबई के वर्सोवा निर्वाचन क्षेत्र से राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
कहां से लड़ेंगे चुनाव? इसके भी दिए संकेत
पूर्व डीजीपी पांडे ने कहा कि वह लंबे समय से सक्रिय राजनीति में आने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन इस बार उन्होंने तय किया है कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'अब तक मैंने उस निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जहां मैं पिछले कई सालों से रह रहा हूं और सभी वर्गों से समर्थन मिलने का स्वागत है।'
किसी राजनीतिक दल से कोई संपर्क नहीं
मुंबई पुलिस कमिश्नर भी रह चुके संजय पांडे ने कहा कि उन्होंने किसी राजनीतिक दल से संपर्क नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह अपना खुद का राजनीतिक संगठन बनाएंगे और पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। उन्हें लोकल स्तर पर आम जन का काफी समर्थन भी मिल रहा है।
2022 में CBI ने किया था गिरफ्तार
बता दें कि पांडे को कथित फोन टैपिंग मामले में सितंबर 2022 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। गिरफ्तारी के बाद संजय पांडे काफी चर्चा में आ गए थे। संजय पांडे 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने IIT कानपुर से पढ़ाई की है।