महाराष्ट्र में एक तरफ 20 नवंबर को मतदान होना है। वहीं दूसरी तरफ एनसीपीएसपी के नेता शरद पवार ने अपने भाषण के माध्यम से अलग ही संकेत दिया है। दरअसल शरद पवार बारामती जिले के सुपा गांव में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि अब बारामती के लिए विकास के लिए अगले 30 साल की व्यवस्था करनी होगी। इसलिए अब यूगेंद्र पवार जैसे नए नेतृत्व की जरूरत है। बातों ही बातों में उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि जिस तरह 30 साल पहले मैंने अजित पवार पर बारामती की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब एक बार फिर वक्त आ गया है कि यूगेंद्र पवार अगले 30 साल बारामती का प्रतिनिधित्व करें।
भाषण में क्या बोले शरद पवार
अपने भाषण में शऱद पवार ने कहा कि मैं लोकसभा में आप लोगों के दम पर चुनकर गया हूं। लेकिन एक दफा पहले मैंने तय किया अब लोकसभा चुनाव में नहीं लड़ूंगा। 25-30 साल लगातार चुनाव जीतने के बाद नई पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। इसलिए 30 साल पहले मैंने यह फैसला किया कि अब मैं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ूंगा और यहां की राजनीति पर अब मैं ध्यान नहीं दूंगा और मैंने सारी जिम्मेदारी अजित दादा पवार को सौंप दी थी। बीते 25-30 साल से यह जिम्मेदारी अजित दादा पर है। यानी कि पहले के 30 साल यह जिम्मेदारी मुझपर थी और उसके बाद अगले 30 साल अजित दादा पर थी।
शरद पवार ने रिटायरमेंट के दिए संकेत
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि अब अगले 30 साल की व्यवस्था करने की जरूरत है। अगर यह व्यवस्था करनी है तो फिर लोगों के बीच जाकर लोगों की समस्या को समझने और नजरिया होने की जरूरत है। शरद पवार ने इस दौरान कहा कि वह 14 बार चुनाव लड़ चुके हैं और कितनी बार चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं जाकर तो उन्हें रुकना ही पड़ेगा। शरद पवार ने कहा कि मैं सत्ता में नहीं हूं, लेकिन राज्यसभा में जरूर हूं। अभी डेढ़ साल और बाकी है। लेकिन इस डेढ़ साल के बाद अब राज्यसभा में जाना है या नहीं, इसका विचार करना पड़ेगा। मैं लोकसभा चुनाव तो नहीं लड़ूंगा औ ना ही कोई अन्य इलेक्शन लड़ूंगा। कितनी बार चुनाव लड़ेंगे?