कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथल ने कहा है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है। तो वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देने में हो रही देरी पर शुक्रवार को कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि, राज्य कांग्रेस के नेता अपनी बात मजबूती से रखने में विफल रहे, जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस को उम्मीद से कम सीटें मिलीं।
उद्धव-पवार से मिलेंगे थोराट
इस बीच, विधायक दल के प्रमुख बालासाहेब थोराट को सीटों को लेकर फंसे विवाद को सुलझाने के लिए शनिवार को फिर से शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी के शरद पवार से मिलने के लिए कहा गया है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी चेन्निथला ने कहा है कि महा विकास अघाड़ी आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेगी और आज तक सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, "महा विकास अघाड़ी में कोई समस्या नहीं है। समस्या महायुति में है। हम एक साथ हैं और एक फॉर्मूला तैयार कर रहे हैं, और कल तक बाकी बचे सीटों की घोषणा की जाएगी।
अंतिम सूची आज जारी की जाएगी
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "हम कुछ सीटों की मांग कर रहे हैं...हमें जो सीटें मिली हैं, उन पर हमने ओबीसी (उम्मीदवारों) के साथ न्याय करने की कोशिश की है।" कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने भी पुष्टि की कि पार्टी की अंतिम सूची आज घोषित की जाएगी। थोराट ने संवाददाताओं से कहा, "अंतिम सूची शनिवार को जारी होने की संभावना है... हम देखेंगे कि सीट समायोजन की गुंजाइश है या नहीं और हमारी दोनों मांगों के अनुरूप शनिवार को हम उद्धव ठाकरे के साथ बातचीत करेंगे।"
अबू आजमी ने दी है चेतावनी
इस बीच समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आजमी ने महा विकास अघाड़ी को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पार्टी को पांच सीटें नहीं दी गईं तो वह 25 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने कहा, "मैंने पांच सीटों की घोषणा की है। उन्हें ये पांच सीटें मुझे देनी चाहिए। मैं इंतजार करूंगा क्योंकि मैं नहीं चाहता कि वोट बंटें। हम वोटों की खातिर एमवीए में दरार पैदा नहीं करना चाहते। अगर वे हमें शामिल नहीं करें, तो मैं 25 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करूंगा।''
मालूम हो कि साल 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं। 2014 में, भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल कीं।