Highlights
- महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे में कोविड-19 समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
- बैठक में पुणे जिला प्रशासन, पुणे नगर निगम, पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम और जिला परिषद के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- सूबे में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक किसी को भी आवाजाही की अनुमति नहीं दी गई है।
पुणे: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे और राज्य में अन्य जगहों पर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि अभी कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा लेकिन स्थिति के आधार पर अगले सप्ताह कोई निर्णय लिया जाएगा। पवार पुणे में कोविड-19 समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस बैठक में पुणे जिला प्रशासन, पुणे नगर निगम (PMC), पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (PCMC) और जिला परिषद के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
‘मौजूदा प्रतिबंधों में भी अभी ढील नहीं दी जाएगी’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन आज की बैठक में हमने और प्रतिबंध नहीं लगाने का फैसला किया। मौजूदा प्रतिबंधों में भी अभी ढील नहीं दी जाएगी। लेकिन, अगर जरूरत पड़ी तो अगले हफ्ते फैसला लिया जाएगा।’ महाराष्ट्र सरकार ने हाल में लोगों की आवाजाही पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, 5 या अधिक के समूहों में लोगों की आवाजाही को सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक प्रतिबंधित कर दिया गया है और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक किसी को भी आवाजाही की अनुमति नहीं दी गई है।
‘उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं’
इससे पहले दिन में, जब पत्रकारों ने राज्य में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की मांग बढ़ने पर प्रतिबंधों को और सख्त करने के बारे में पूछा, तो पवार ने उद्धव ठाकरे के बजाय उनके पुत्र आदित्य ठाकरे का उल्लेख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में किया था। इस चूक के बारे में पूछे जाने पर पवार ने शाम में कहा, ‘यह अनजाने में हुआ। जैसे हम गलत होने पर विधानसभा में अपने शब्द वापस लेते हैं तो मैं ‘आदित्य’ शब्द वापस लेता हूं। मैं कहना चाहूंगा कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं।’
‘लोग कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं’
आदित्य शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। रोचक बात यह है कि मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मांग रही है कि अगर मुख्यमंत्री ठाकरे अपने स्वास्थ्य के कारण महाराष्ट्र से संबंधित मुद्दों पर ध्यान देने में असमर्थ हैं तो उन्हें यह प्रभार किसी अन्य नेता को सौंप देना चाहिए। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में मामले तेजी से बढ़े हैं क्योंकि लोग कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं। (भाषा)