Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. महाराष्ट्र
  3. महाराष्ट्र: तूफान से मरनेवालों की संख्या बढकर 6 हुई, सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान

महाराष्ट्र: तूफान से मरनेवालों की संख्या बढकर 6 हुई, सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान

महाराष्ट्र में निसर्ग तूफान से मरनेवालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है वहीं मुख्यमंत्री उद्भव ठाकरे ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।

Reported by: IndiaTV Hindi Desk
Published : June 04, 2020 20:08 IST
निसर्ग तूफान से तबाही
Image Source : PTI निसर्ग तूफान ने मचाई तबाही

मुंबई: महाराष्ट्र में निसर्ग तूफान से मरनेवालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है वहीं मुख्यमंत्री उद्भव ठाकरे ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एक अहम बैठक में चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि रायगढ़ जिले में क्षतिग्रस्त घरों में खाना पकाने के लिए पानी नहीं है। उन्हें तत्काल खाद्यान्न वितरण की आवश्यकता है।  सिस्टम को उस काम को तुरंत शुरू करना चाहिए।  MSEDCL को इस क्षेत्र में अधिक जनशक्ति तैनात करनी चाहिए और पहली बार बिजली की आपूर्ति शुरू करनी चाहिए।  अस्पतालों और औषधालयों को बिजली की आपूर्ति करने की आवश्यकता है।  उन्होंने कहा कि  संकट बहुत बड़ा है, आप निश्चित रूप से सभी कोरोना में दिन-रात काम कर रहे हैं। 

इस बैठक में राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, शहरी विकास मंत्री और ठाणे के संरक्षक मंत्री एकनाथ शिंदे, परिवहन मंत्री अनिल परब समेत पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग, मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, नासिक अहमदनगर, कोंकण मंडल आयुक्त बैठक में मौजूद थे। 

राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा, 'हमें यह देखने को मिला कि वास्तव में सतर्कता क्या है।'  बिजली की लाइनें और पोल गिरने के कारण पुनर्वास मुश्किल है।  इस प्राथमिकता को जल्द से जल्द उठाने की जरूरत है।  जितनी जल्दी मदद मिलेगी, उतने ही लोगों को राहत मिलेगी।'

वहीं एकनाथ शिंदे ने कहा कि सौभाग्य से ठाणे जिला खतरे में नहीं था।  पंचनामा शुरू कर दिया गया है।  जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने कहा कि ठाणे विशेष रूप से हिट नहीं था।  162 मिट्टी के घर ढह गए, 360 पेड़ शाखाएं गिर गईं।  जिले की सभी सड़कों और राजमार्गों को शुरू कर दिया गया है।  ।  उन्होंने यह भी कहा कि उल्हासनगर में टेलीफोन सेवा कुछ समय के लिए बाधित हो गई थी।

रायगढ़ के डिप्टी कलेक्टर डॉ पद्मश्री बानडे ने जानकारी दी कि रायगढ़ जिले में लाखों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।  1 लाख से अधिक पेड़ गिर गए हैं।  सभी संचार बाधित हो गए।  बिजली व्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। जिले में 5 हजार हेक्टेयर कृषि को नुकसान पहुंचा है और पंचनामा के लिए टीमें निकली हैं।  लेकिन आंतरिक सड़कें बहुत खराब हैं।  कुछ जगहों पर एम्बुलेंस नहीं भेजी जा सकीं।  लोग डरते हैं कि उनकी टेलीफोन और मोबाइल सेवाएं बाधित हो जाएंगी, वे दूसरों के साथ संवाद नहीं कर पाएंगे।  टेलीकॉम सिस्टम शुरू करने के प्रयास चल रहे हैं।  500 ​​मोबाइल टावर बिजली की कमी के कारण ठप हैं।  यह भी बताया गया कि 10 नौकाओं को आंशिक रूप से और 12 हेक्टेयर मछली की खेती को नुकसान पहुंचा है।

रत्नागिरी के जिला कलेक्टर ने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान दापोली और मंडनगढ़ में हुआ।  3,000 पेड़ गिर गए हैं।  उन्होंने यह भी बताया कि 14 सबस्टेशन, 1962 ट्रांसफार्मर, बिजली के खंभे ध्वस्त हो गए हैं और कुछ स्थानों पर जलापूर्ति व्यवस्था बाधित हुई है। पालघर, अहमदनगर, नासिक जिला कलेक्टर ने भी नुकसान की जानकारी दी।

मुंबई शहर में 25 स्थानों पर पेड़ गिर गए।  मुंबई उपनगरों में, 55 स्थानों पर पेड़ गिर गए और 2 घर ढह गए।  संभागीय आयुक्त कोंकण ने यह भी बताया कि सुचारू बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयास चल रहे हैं। बैठक की शुरुआत में प्रमुख सचिव राहत और पुनर्वास किशोर राजे निंबालकर ने चक्रवात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस तूफान के कारण राज्य में 72.5 मिमी बारिश हुई।  जालना में सबसे अधिक 152 मिमी बारिश हुई। राज्य में 78 हजार 191 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।  21 एनडीआरएफ और 6 एसडीआरएफ दस्ते तैनात किए गए थे।

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें महाराष्ट्र सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement