Highlights
- राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव से फ्लोर टेस्ट के लिए कहा
- गवर्नर के फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
- कम समय मिलने पर राउत ने कहा- ये संविधान के साथ नाइंसाफी है
Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र में सियासी संग्राम जारी है। इस बीच उद्धव सरकार की टेंशन बढ़ गई है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने कल महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट (Floor Test) के निर्देश दिए हैं। यानी उद्धव सरकार को कल सदन में बहुमत साबित करना होगा। राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना (Shiv Sena) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और फ्लोट टेस्ट के इस आदेश को चुनौती दी है। शिवसेना की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में 5 बजे सुनवाई होगी। वहीं इस मामले में शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट के लिए एक दिन का समय देना अन्याय है और संविधान के साथ नाइंसाफी है।
राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट कराने के पीछे दिए ये 3 आधार
राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट (Floor Test) कराने के लिए 3 आधार दिए हैं। उन्होंने कहा कि 7 निर्दलीय विधायकों ने मुझे पत्र लिखकर कहा है कि सीएम बहुमत खो चुके हैं, इसलिए फ्लोर टेस्ट जरुरी है। इसके अलावा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में खबरें चल रही हैं कि शिवसेना के करीब 40 विधायकों ने उन्हें छोड़ दिया है। इसके अलावा एक तर्क ये है कि नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने हमसे मुलाकात कर जानकारी दी है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। यही वजह है कि बहुमत परीक्षण जरूरी है।
कम समय मिलने पर राउत ने उठाए सवाल
संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, '16 विधायकों के निलंबन के लिए डिप्टी स्पीकर ने दो दिन का समय दिया था तो वो सभी कोर्ट चले गए, जहां उन्हें 11 जुलाई तक के लिए समय मिल गया। अब महाराष्ट्र में अधिवेशन के लिए सिर्फ 1 दिन का समय। ये अन्याय ही नहीं बल्कि संविधान के साथ नाइंसाफी है।'
कांग्रेस ने सीएम ठाकरे से की बात
कांग्रेस ने भी फ्लोर टेस्ट की जल्दबाजी को लेकर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा है कि इतनी जल्दबाजी क्यों है। गढ़चिरौली का विधायक कल तक कैसे मुंबई पहुंचेगा। बालासाहेब थोराट ने मुख्यमंत्री ठाकरे से भी बात की है। इस पर सीएम ठाकरे ने थोराट से कहा है कि मैंने राज्यपाल का पत्र पढ़ा है और इसके कानूनी पहलुओं पर चर्चा करने के बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा।
फ्लोर टेस्ट के आदेश को शिवसेना ने SC में दी चुनौती
फ्लोर टेस्ट के आदेश को शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। शिवसेना की तरफ से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में उसका पक्ष रखेंगे। शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की है। अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।
फडणवीस ने कल रात की थी राज्यपाल से मुलाकात
बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कल रात राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी और फ्लोर टेस्ट की मांग की थी। इससे पहले फडणवीस कल दिल्ली भी गए थे और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अहम चर्चा की थी। इसके बाद आज सुबह राज्यपाल ने विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर कल सुबह 11 बजे फ्लोर टेस्ट का इंतजाम करने के लिए कहा। इसके साथ राज्यपाल ने सीएम ठाकरे से कल फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने के लिए कहा।