मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना से हाहाकार के बीच उद्धव सरकार की वायरस पर लगाम लगाने के लिए ब्रेक द चेन मुहिम फेल हो गई है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 67 हजार 468 नए केस सामने आए हैं वहीं बीते 24 घंटे में 568 लोगों की मौत भी हो गई। महाराष्ट्र में कोरोना के बेकाबू हाल को देखते हुए ठाकरे सरकार ने आज से पूरे राज्य में कंप्लीट लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। आज रात 8 बजे से एक मई सुबह 7 बजे तक महाराष्ट्र में पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। कोरोना केस में कमी नहीं आने की वजह से महाराष्ट्र सरकार को ये सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। लॉकडाउन के साथ ही उद्धव सरकार ने कई नई पाबंदियां भी लगा दी हैं।
आज रात से पूरे महाराष्ट्र में कंप्लीट लॉकडाउन लग जाएगा। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने कई सख्त गाइडलाइंस जारी की है-
- सरकारी दफ्तर केवल 15 फीसदी कर्मचारियों के साथ चलेंगे
- शादी में सिर्फ 25 लोग शामिल होंगे और शादी समारोह दो घंटे में खत्म करना होगा
- शादी समारोह में नियम तोड़ने वाले को 50 हजार रुपए का जुर्माना देना होगा
- सरकारी बसें सिर्फ 50 फीसदी की कैपेसिटी पर चलेंगी
- खड़े रहकर बस में सफर करने पर पूरी तरह से रोक रहेगी
- बिना वैलिड रीजन के एक जिले से दूसरे जिले में यात्रा करने पर कार्रवाई होगी
- यात्रा करने के लिए लोकल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी से इजाजत जरूरी
- कोविड-19 मैनेजमेंट वाली संस्थाओं को इस मामले में छूट रहेगी
मुंबई मेट्रो और मुंबई लोकल में अब शर्तों के साथ एंट्री हो सकेगी। मुंबई लोकल और मेट्रो में इमरजेंसी सेवा से जुड़े लोगों को पास दिखाना होगा। केवल जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही घर से बाहर निकलने की इजाजत है। बेवजह बाहर निकलने पर 10 हज़ार का जुर्माना लगया जाएगा। महाराष्ट्र में तमाम कड़े प्रतिबंध के बावजूद भी संक्रमण के मामलों में कोई कमी नहीं देखने की मिली है जिसके बाद सरकार ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। पूरे देश में महाराष्ट्र कोरोना के आंकड़ों में लगातार नंबर वन बना हुआ है और यही आंकड़ा सबसे बड़ा चिंता का कारण है।
इस बीच कोरोना से जूझ रहे महाराष्ट्र में ऑक्सीजन के बाद अब रेमडेसिविर इंजेक्शन पर भी राजनीति तेज हो गई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट किया, ''महाराष्ट्र को रोजाना 50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है। अबतक रोजाना 36 हजार इंजेक्शन महाराष्ट्र को मिल रहा था लेकिन नए एलोकेशन डेटा के मुताबिक अब केवल 26 हजार इंजेक्शन ही रोजाना महाराष्ट्र को मिलेंगे। इससे राज्य में फिर से एक नया संकट खड़ा हो जाएगा। हम केंद्र सरकार से रोजाना की जरूरत के मुताबिक 50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन देने की मांग करते हैं।''