महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और झटका लगा सकता है। मिलिंद देवड़ा बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण जैसे बड़े नामों के बाद इन दिनों प्रिया दत्त को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, अब प्रिया दत्त भी कांग्रेस से अपनी राह जुदा कर सकती हैं। एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना चाहती है कि प्रिया शिवसेना से जुड़ें। एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना का एक बड़ा वर्ग पार्टी को बड़ा करने और मजबूत करने के पक्ष में है।
हार के बाद पार्टी ने कोई जिम्मेदारी नहीं दी
जानकारी दे दें कि प्रिया दत्त साल 2019 की लोकसभा चुनाव में पूनम महाजन के सामने उत्तर मध्य मुंबई से हार गई थीं तब से वह कांग्रेस पार्टी में हाशिए पर भी है, उन्हें पार्टी ने भी कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे कयास बढ़ जा रहे हैं कि प्रिया दत्त पार्टी का हाथ छोड़ सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि प्रिया बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की बहन हैं।
क्या कहा प्रिया ने?
वहीं, इस बारे में प्रिया दत्त का कहना है कि वह राजनीति में सक्रिय नहीं है लेकिन अपने एनजीओ के जरिए लगातार लोगों के संपर्क में है और सामाजिक कामों में लगी रहती है। सेवा करने के लिए राजनीति में होना ही जरूरी नहीं होता और वो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति नहीं करती। प्रिया ने आगे कहा कि सामाजिक कामों को करना ही राजनीति है फिलहाल उन्होंने किसी भी पार्टी से टिकट मांगा नहीं है।
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