मुंबई: सियासी गलियारों में चर्चा है कि महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ सही नहीं चल रहा, लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले किसी भी तरह के मतभेद से इनकार कर रहे हैं। पटोले ने शुक्रवार को इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट के इस्तीफे की बात BJP प्लांट करा रही है। वहीं, पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा अपना इस्तीफा मांगे जाने के सवाल पर पटोले ने कहा कि हालिया MLC चुनावों में महा विकास आघाडी को जो सफलता मिली है, उसके पीछे उनकी रणनीति रही है।
‘थोराट के इस्तीफे की बात बीजेपी प्लांट करा रही’
पटोले ने कहा, ‘बालासाहेब थोराट के इस्तीफे की बात मीडिया के जरिए बीजेपी प्लांट करा रही है, क्योंकि आगामी कस्बा पेठ और चिंचवाड़ के उपचुनाव भी वह हाल के MLC चुनाव जैसे हारेगी। यही वजह है कि कांग्रेस में गुटबाजी दिखाने की कोशिश हो रही है। अगर थोराट ने इस्तीफा दिया होता तो लेटर अब तक मीडिया में आ चुका होता। ऐसा कुछ है ही नहीं। बालासाहेब थोराट पुणे के कस्बा पेठ के उपचुनाव में प्रचार के लिए जाने वाले हैं, अगर कोई नाराजगी होती या इस्तीफा दिया होता, तो वह शामिल होते क्या?
‘मेरी रणनीति वजह से MLC चुनाव में बड़ी जीत मिली’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने इस्तीफे की मांग को लेकर कहा कि संगठन में किसी भी बदलाव का मुद्दा पार्टी की कार्यकारिणी देखेगी। उन्होंने कहा, ‘मेरे अध्यक्ष पद से हटने या इस्तीफे की मांग के सवाल पर कहूंगा कि मेरी ही रणनीति की वजह से MLC चुनाव में MVA को बड़ी जीत मिली। बीजेपी के किले नागपुर पर आज कांग्रेस का कब्जा है। प्रदेश अध्यक्ष का पद मुझे आलाकमान ने दिया है। 24-26 फरवरी को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, संगठन में किसी बदलाव का निर्णय होगा तो वह देखेंगे। लेकिन सिर्फ आरोप लगाना सही नहीं।’
‘मामला गंभीर होता तो आलाकमान दूसरी टीम भेजता’
पटोले ने कहा, ‘महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल 12 फरवरी को पार्टी नेताओं से मुलाकात करने आ रहे हैं और 15 फरवरी को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक है। उसमे पाटिल समेत सभी नेता मौजूद रहेंगे। अगर थोराट ने इस्तीफा दिया होता, मामला गंभीर होता तो आलाकमान दूसरी टीम भेजता। जैसे मुंबई के विधान परिषद चुनाव में हमारे उम्मीदवार हिंडोरे की हार पर दिल्ली से दूसरी टीम आई थी। जैसा दिखाया जा रहा है, वैसा कुछ नहीं है। थोराट के समर्थक अगर आज मुंबई में मीटिंग करनेवाले थे, तो मिले क्यों नहीं? 12 फरवरी को पाटिल से सभी मिलेंगे फिर सच सामने आ जायेगा।’
‘राऊत गठबंधन को कमजोर करने वाली बात क्यों करते हैं?’
शिवसेना नेता संजय राऊत पर निशाना साधते हुए पटोले ने कहा, ‘संजय राउत शिवसेना के बड़े नेता हैं, वह बार-बार गड़े मुर्दे क्यों उखाड़ रहे हैं? मुझे खुशी है कि वह मुझे इस लायक समझते है कि अगर मैं स्पीकर रहा होता तो शिंदे सरकार नहीं बनती। मैं साफ कर दूं कि मुझे आलाकमान सोनिया गांधी ने इस्तीफा देने बोला तो मैंने दे दिया। यह मेरा खुद का निर्णय नहीं था। लेकिन अब जब मिलकर इस खोखे सरकार से लड़ना है, महाराष्ट्र में MVA को मजबूत करना है, तो संजय राउत बार-बार गठबंधन को कमजोर करने वाली बात क्यों करते हैं?’