मुंबई। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रूपए की वसूले कराने का आरोप लगाने के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। परमबीर सिंह के शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेटर भेजकर गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार देर रात डीजी रजनीश सेठ से बैठक की और परमवीर सिंह के लेटर पर चर्चा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री निवास वर्षा बंगले में करीब 45 मिनट बैठक चली। सूत्रों के मुताबिक, परमवीर के पत्र को लेकर उद्धव ठाकरे ने शरद पवार समेत शिवसेना के प्रमुख नेताओं से फोन पर बात की। उधर अनिल देशमुख के सरकारी निवास ज्ञानेश्वरी के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई।
होमगार्ड कमांडेंट जनरल परम बीर सिंह के नाम एक पत्र आज शाम 4.37 बजे मुख्यमंत्री सचिवालय के आधिकारिक ईमेल पर प्राप्त हुआ है। Paramirs3@gmail.com के ईमेल पते, जिसमें केवल परम बीर सिंह का नाम है और हस्ताक्षर नही हैं। विभाग के माध्यम से परम बीर सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। वास्तव में, IPS अधिकारियों की सूची के लिए परम बीर सिंह द्वारा दिया गया व्यक्तिगत ईमेल पता parimbirs@hotmail.com है, इसलिए आज प्राप्त ईमेल की जांच करना आवश्यक है।
बीजेपी ने की अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का विस्फोटक पत्र सार्वजनिक होने के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हमलावर हुई है। राज्य में बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस, किरीट सोमैया, राम कदम समेत कई नेताओं ने अनिल देशमुख से तुरंत पद छोड़ने की मांग कर रहे हैं। भाजपा ने कहा है कि उद्धव ठाकरे सरकार को अब एक मिनट भी सत्ता में रहने का हक नहीं है। भाजपा ने गृहमंत्री अनिल देशमुख के अब तक इस्तीफा न देने पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि, परमबीर सिंह के सभी आरोपों को खारिज करते हुए अनिल देशमुख का कहना है कि सचिन वाझे और एंटीलिया मामले में परमबीर सिंह खुद के फंसने का भी डर सता रहा है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'हम गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं, अगर वह खुद अपना पद नहीं छोड़ते हैं तो सीएम को उन्हें हटा देना चाहिए, मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।'
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने गृहमंत्री देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप लगाया
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि, "सचिन वाजे ने बताया था कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने हर महीने सौ करोड़ रुपये वसूलने को कहा है।" परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि 100 करोड़ रुपये टारगेट को पूरा करने के लिए मुंबई के बार, पब और रेस्टोरेंट से वसूली करने को कहा गया था। चिट्ठी के मुताबिक, इस टारगेट पर सचिन वाजे ने कहा था कि वो 40 करोड़ रुपये तो पूरा कर सकते हैं लेकिन 100 करोड़ बहुत ज्यादा है। परमबीर सिंह ने दावा किया कि गृह मंत्री देशमुख ने वाजे को बताया कि मुंबई में तकरीबन 1750 बार, रेस्टोरेंट्स आदि हैं। यदि हर से 2-3 लाख रुपये हर महीने लिए जाएं तो यह 40-50 करोड़ रुपये हो सकता है। बाकी की रकम अन्य जगहों से जुटाई जा सकती है।
अनिल देशमुख ने ट्वीट कर दी सफाई
वहीं, इस पूरे मामले पर अनिल देशमुख ने ट्वीट कर सफाई दी है। अनिल देशमुख ने कहा, "परमबीर ने खुद को बचाने के लिए और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए झूठा आरोप लगाया। एक चर्चित भवन के मामले के साथ-साथ मनसुख हिरेन हत्या मामले में सचिन वाजे की संलिप्तता स्पष्ट हो रही है और इसके तार परमबीर सिंह से जुड़े रहे हैं।"
ये भी पढ़ें:
100 करोड़ वसूली: महाराष्ट्र के गृह मंत्री की बढ़ेगी मुसीबत, परमबीर के आरोपों पर फडणवीस ने की ये मांग
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर का बड़ा आरोप, कहा- अनिल देशमुख ने वाजे से वसूली के लिए कहा था