नई दिल्ली। उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास वर्षा बंगला पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और गठबंधन सहयोगियों की महत्वपूर्ण बैठक शुरू हो गई है। इस मीटिंग पर हर किसी की नजर जा टिकी हुई है। दरअसल महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर कोरोना से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है, जिसके बाद से राजनीति गरमा गई है। बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने राज्यपाल बीएस कोश्यारी से मुलाकात कर राष्ट्रपति शासन की मांग की है। बैठक में गठबंधन के तीनों पार्टियों शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बड़े नेताओं शामिल हो रहे हैं। एनसीपी से अजित पवार जयंत पाटिल बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं, शिवसेना से सुभाष देसाई, एकनाश शिंदे भी बैठक में शामिल हुए हैं। कांग्रेस से बालासाहेब थोराट भी बैठक में मौजूद हैं। सियासी हलचल तेज होते ही राज्य सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि बीजेपी और देवेद्र फड़णवीस इस वक्त सरकार को गिराने की कोशिश में लगे हुए हैं। फड़णवीस अपना धैर्य खो रहे हैं। लेकिन महाअघाड़ी सरकार को अभी कोई खतरा नहीं है। सभी विधायक हमारे साथ हैं। इस समय विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई तो पब्लिक पिटाई भी करेगी। बता दें कि, सीएम उद्धव ठाकरे पर लगातार यह आरोप लग रहे थे कि वह कोरोना संकट में सहयोगी दलों के साथ बातचीत नहीं कर रहे हैं, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने इस बैठक का आयोजन किया गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर और कांग्रेस नेता नाना पटोले ने राज्य में किसी भी राजनीतिक उठापटक की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति को लेकर इस समय मीडिया में जो भी बातें हो रही हैं, वैसा कुछ भी नहीं है। इस सम हम केवल कोरोना वायरस से लड़ने की दिशा में ही काम कर रहे हैं। हम भारत सरकार के सभी गाइडलाइन्स को फॉलो कर रहे हैं।'
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक विवाद
दरअसल, महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल की खबरों को रफ्तार तब मिली जब बीते सोमवार यानी 25 मई की सुबह शरद पवार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी से मुलाकात की और इसके बाद वह देर रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिले थे। पवार और कोश्यारी के बीच इस बैठक का समय अहम माना जा रहा था क्योंकि यह शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) सरकार का नेतृत्व कर रही शिवसेना और राज भवन के बीच पिछले दिनों गतिरोध की खबरें सामने आईं। शिवसेना के नेता संजय राउत ने बताया था कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच बैठक हुई थी और इसमें दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। बैठक में कोरोना वायरस को लेकर भी चर्चा की गई थी।