मुंबई: महाराष्ट्र में बुधवार को दिनभर चले एनसीपी के सियासी नाटक का अबतक पटाक्षेप तो नहीं हुआ है लेकिन इस बीच शिंदे गुट, जिसे नाराज बताया जा रहा था उसने एनसीपी के बागी और नए-नए बने डिप्टी सीएम को हरी झंडी दे दी है और कहा है कि उनसे कोई नाराजगी नहीं है। सीएम एकनाथ के वर्षा बंगले पर शिंदे गुट की जारी अहम बैठक खत्म हो गई है। बैठक में आगामी लोकसभा और विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा की गई
शिंदे सरकार में मंत्री उदय सामंत ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने संगठन को मजबूत करने का आदेश दिया। साथ ही सीएम ने एनसीपी और बीजेपी के साथ मिलकर समन्वय के साथ काम करने का निर्देश भी दिया है।
शिंदे सेना की तरफ से दावा किया गया है कि विधायकों में नाराजगी नहीं है। उदय सामंत ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस्तीफा नहीं देने वाले हैं। ऐसी सारी खबरें बेबुनियाद हैं। आगामी सभी चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
बैठक में इन बिंदुओ पर चर्चा हुई
- आगामी लोकसभा और विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा की गई।
- संगठन को मजबूत करने पर चर्चा की गई।
- रोजाना पार्टी मुख्यालय में बैठकर लोगों की समस्या को हल करने का निर्देश सीएम ने दिया है।
- आगामी चुनाव में ज्यादा से ज्यादा विधायकों को चुनकर लाने का लक्ष्य रखा गया है।
- हम नाराज नहीं है। हमें सीएम पर भरोसा है। सीएम को बता कर ही एनसीपी को गठबंधन में लाने का फैसला लिया गया।
- फडणवीस ने पहले ही साफ कर दिया है कि, आगामी चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
- तीनों दलों के नेता मिलकर सभी मुश्कील पहलूओं को सुलझा लेंगे।
- मिलकर लोकसभा की 45 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है।
- सीएम के इस्तीफे खबर गलत है.. पता नहीं कौन ऐसी खबरें फैला रहा है।
- सीएम के नेतृत्व में ही अगले सभी चुनाव लड़ेंगे।
- कैबिनेट विस्तार जल्द होगा।
अजीत पवार को 32 विधायकों का समर्थन, शरद के साथ 18
अजीत पवार के साथ एनसीपी के 53 में से 32 विधायकों का समर्थन है, जबकि शरद पवार के साथ 18 विधायक ही हैं। फिलहाल तीन विधायक अभी किसी भी गुट के साथ नजर नहीं आ रहे हैं। इसी बीच शरद पवार ने गुरुवार (6 जुलाई) को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है।