महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने की कल अंतिम तारीख थी। नामांकन भरने के बाद एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है जिससे पता चला है कि नागपुर सहित पूरे विदर्भ में लगभग 92 प्रत्याशियों ने बगावत कर दी है। बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में सभी राजनीतिक दलों की नजर विदर्भ क्षेत्र पर है। इस इलाके में प्रदेश की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 62 सीटें आती हैं। यानी जो इस सीट पर नंबर गेम में आगे रहा, उसे जीत हासिल करने के रास्ते में काफी मदद मिलती है।
बगावती तेवर से मात्र 12 निर्वाचन क्षेत्र ही बच पाये
लेकिन इस इलाके में बागियों का जो आंकड़ा आया है वो काफी चौंकाने वाला है। नागपुर सहित विदर्भ में मात्र 12 विधानसभा क्षेत्र में ही बगावत नहीं हुई है। इनमें प्रमुख नागपुर दक्षिण पश्चिम भी है जहां से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस छठी बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इस सीट पर ना तो कांग्रेस में बगावत हुई है और ना ही भाजपा में। नागपुर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तरफ से बगावत नहीं हुई है।
चंद्रपुर जिले के वरोरा में सबसे ज्यादा बागी
मिली जानकारी के अनुसार विदर्भ में कुल 62 सीटें हैं। इन 62 सीटों पर लगभग 92 प्रत्याशियों ने बगावत कर दी है। इनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, दोनों शिवसेना, दोनों एनसीपी के उम्मीदवार शामिल हैं। इन 92 बागियों में सबसे ज्यादा बागी चंद्रपुर जिले के वरोरा निर्वाचन क्षेत्र में दिखाई दे रहे हैं। यहां पर लगभग 7 से 8 बागियों ने प्रमुख दलों को चुनौती दी है। बगावत करने वाले उम्मीदवारों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। बागी क्षेत्रों में चंद्रपुर का वरोरा टॉप पर है तो अकोला पश्चिम दूसरे नंबर पर है। यहां पर 5-6 उम्मीदवारों ने बागी होकर पर्चा भर दिया है। इस बार भारतीय जनता पार्टी में भी बागियों की बड़ी तादाद दिख रही है।
क्या बोले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष?
इस संबंध में महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो लोग नाराज है उन्हें समझ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक दो जगह पर मित्रतापूर्वक लड़ाई होगी, उसे भारतीय जनता पार्टी डिक्लेयर भी करेगी।
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