Vandre East Assembly Election: 20 नवंबर को जनता महाराष्ट्र की विधानसभा में अपने नुमाइंदे चुनने के लिए मतदान करेगी। चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आने हैं और इसी दिन पता चल जाएगा कि देश के सबसे बड़े राज्यों में शुमार महाराष्ट्र में किसका परचम लहराता है। बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं और सियासी पार्टियां एक-एक सीट जीतने पर अपना पूरा जोर लगा रही हैं। इन्हीं 288 सीटों में वांद्रे ईस्ट विधानसभा सीट भी शामिल है जो महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई में स्थित एक महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है।
वांद्रे, जिसे बांद्रा के नाम से भी जाना जाता है, यह मुंबई उपनगरीय जिले के पांच अन्य विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के साथ मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। 2019 में वांद्रे ईस्ट में कुल 30.28 प्रतिशत वोट पड़े। 2019 में इंडियन नेशनल कांग्रेस से जीशान ज़ियाउद्दीन सिद्दीकी ने शिवसेना के विश्वनाथ पांडुरंग महादेवेश्वर को 5790 वोटों के मार्जिन से हराया था।
वांद्रे ईस्ट सीट पर जीशान सिद्दीकी और वरुण सरदेसाई आमने-सामने
वांद्रे ईस्ट विधानसभा सीट पर मुख्य मुकाबला एनसीपी के जीशान सिद्दीकी, मनसे की तृप्ति बाला सावंत, शिवसेना यूबीटी के वरुण सरदेसाई और शिंदे की शिवसेना के कुणाल सरमलकर के बीच है। कांग्रेस से एनसीपी में आए जीशान सिद्दीकी बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं, जिनकी कुछ दिन पहले मुंबई में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या को लेकर मुंबई और महाराष्ट्र का माहौल बेहद गर्म है।
कुणाल सरमलकर की एंट्री से चौतरफा हुई लड़ाई
पहले दावा किया जा रहा था कि वरुण का सीधा मुकाबला क्षेत्र के मौजूदा विधायक और एनसीपी अजीत गुट के उम्मीदवार जीशान सिद्दीकी से होगा, लेकिन पूर्व विधायक तृप्ति सावंत और सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विभाग प्रमुख कुणाल सरमलकर के मैदान में कूदने से लड़ाई चौतरफा हो गई है। ऐसे में यहां उद्धव ठाकरे उनकी पार्टी के पूर्व मंत्री व विभाग प्रमुख अनिल परब सहित जीशान सिद्दीकी की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है।
वोटों के विभाजन से कांटे की टक्कर होना तय
वांद्रे ईस्ट में करीब 38% मराठी, 33% मुस्लिम, 10% दलित एवं शेष 19 फीसदी में अन्य पर प्रांतीय वोटर शामिल हैं। आगामी चुनाव में वांद्रे ईस्ट सीट से कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 5 मुस्लिम समाज से हैं। यहां वरुण, जीशान, तृप्ति के अलावा कुछ अन्य स्थानीय उम्मीदवार भी हैं, जो कि अपने क्षेत्र और समाज में अच्छा प्रभाव रखते हैं। इनमें वंचित बहुजन आघाडी से प्रतीक जाधव, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में महमूद देशमुख (आम आदमी पार्टी के बागी नेता), शब्बीर अब्दुल रहमान शेख (पूर्व नगरसेवक के भाई) और संभाजी ब्रिगेड के गणपत गांवकर शामिल हैं। ऐसे में यहां वोटों के जबरदस्त विभाजन के कारण कांटे की टक्कर होना तय है।
वांद्रे ईस्ट विधानसभा सीट के बारे में
वांद्रे ईस्ट विधानसभा सीट मुंबई जिले की प्रमुख विधानसभाओं में से एक है। साल 2015 के उपचुनाव में ये सीट सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी थी। दरअसल, इस चुनाव में तृप्ति प्रकाश की जीत हुई थी, लेकिन उनकी जीत से ज्यादा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे की हार के चर्चे थे। शिवसेना की तृप्ति प्रकाश ने उनको हराकर एक बड़ी जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 के चुनाव तक वो ये जीत बरकरार नहीं रख पाईं, वो बाबा सिद्दीकी के बेटे कांग्रेस उम्मीदवार जीशान सिद्दीकी से हार गईं। तृप्ति प्रकाश ने जीत तो शिवसेना से हासिल की थी, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था। चुनाव में इस सीट पर एनसीपी (अजीत पवार गुट) की ओर से जीशान सिद्दीकी ही सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे है।
2009 और 2014 में शिवसेना का दबदबा
2009 और 2014 के चुनावों में शिवसेना के उम्मीदवार प्रकाश सावंत ने वांद्रे ईस्ट सीट से लगातार दो बार जीत हासिल की। प्रकाश सावंत का नाम इस क्षेत्र में एक लोकप्रिय चेहरा बन चुका था और उनके नेतृत्व में शिवसेना ने इस सीट पर अपना मजबूत जनाधार बनाए रखा। वहीं 2014 के चुनाव के बाद, प्रकाश सावंत की असामयिक मृत्यु के कारण 2015 में इस सीट पर उपचुनाव कराए गए। इस उपचुनाव में शिवसेना ने प्रकाश सावंत की पत्नी तृप्ति सावंत को अपना उम्मीदवार बनाया। सहानुभूति लहर और शिवसेना के मजबूत संगठनात्मक ढांचे के कारण तृप्ति सावंत ने उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज की।
वांद्रे ईस्ट विधानसभा सीट पर 2019 का हाल
विधानसभा चुनाव 2019 की बात करें तो शिवसेना को यहां से करारी हार का सामना करना पड़ा। वांद्रे ईस्ट सीट से कांग्रेस के जीशान सिद्दीकी ने जीत हासिल की थी। जीशान सिद्दीकी युवा और ऊर्जावान नेता माने जाते हैं, जिन्होंने यहां पर कांग्रेस की पुरानी विरासत को फिर से मजबूत किया। जीशान को 38.309 वोट मिले थे। उन्होंने शिवसेना के विश्वनाथ पांडुरंग महादेवेश्वर को हराया, जिन्हें 32,476 वोट मिले थे। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार तृप्ति प्रकाश सावंत 24,030 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।