मुंबईः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रिजल्ट घोषित होने से पहले ही सियासी हलचल तेज हो गई है। मुंबई के सांताक्रूज स्थित ग्रैंड हायात होटल में महा विकास आघाड़ी के बड़े नेताओं करीब डेढ़ घंटे तक मीटिंग की। बैठक में शिवसेना-यूबीटी के संजय राउत और अनिल देसाई, एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जयंत पाटिल और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट समेत अन्य एमवीए नेताओं ने हिस्सा लिया। सभी नेता शाम को सात बजे मीटिंग करके होटल से निकले।
इस रणनीति पर काम करेगा महा विकास अघाड़ी
सूत्रों के मुताबिक शनिवार को नतीजे आने के बाद गठबंधन की क्या रणनीति होगी। इस पर चर्चा की गई है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में तीनों पार्टियों ने तय किया है कि उनके पार्टी के बागी जो चुनाव जीत सकते है उनसे अभी से संपर्क करें। नतीजों के बाद सभी पार्टियां अपने विधायकों को एक रखें। ज़रूरत पड़ने पर किसी होटल में शिफ्ट करें ताकि तोड़फोड की कोई गुंजाइश ना रहे।
एग्जिट पोल में महायुति की सरकार बनने का अनुमान
बता दें कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी सीटों पर चुनाव हुए। महाराष्ट्र में करीब 63 फीसदी मतदान हुआ। एग्जिट पोल में बीजेपी के नेतृ्त्व वाली महायुति की सरकार बनने का दावा किया गया है। इसके विपक्ष ने खारिज करते हुए कहा कि है कि प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनेगी।
नाना पटोले के बयान पर संजय राउत ने कही ये बात
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) को कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले की यह टिप्पणी नागवार लगी है कि राज्य में कांग्रेस-नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) की सरकार बनेगी। संजय राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा गठबंधन सहयोगियों द्वारा तय किया जाएगा। पटोले ने बुधवार को राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद कहा था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-नीत महा विकास आघाडी की सरकार बनेगी। रुझानों से पता चलता है कि कांग्रेस को अधिकतम सीट मिलेगी।
राउत ने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार बनाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री पद का चेहरा एमवीए गठबंधन के सहयोगियों द्वारा संयुक्त रूप से तय किया जाएगा। राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने पटोले से कहा है कि वह मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को इसकी घोषणा करनी चाहिए।