मुंबई: महाराष्ट के मुंबई से सटे नई मुबंई में रविवार को एक बड़ी घटना घट गई। महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान समारोह के दौरान 7 से 8 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा करीब 25 लोगों की सन स्ट्रोक की वजह से तबीयत भी बिगड़ गई है और इनको कलंबोली के एमजीएम अस्पताल में एडमिट करवाया गया है। घटना के सामने आते ही सीएम एकनाथ शिंदे, मंत्री दीपक केसरकर और रविन्द्र चव्हाण भी अस्पताल पहुंचे हैं।
मुआवजे का ऐलान
सीएम शिंदे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
क्यों हुई ये घटना
दरअसल मुंबई से सटे खारघर में रविवार को आयोजित महाराष्ट्र भूषण कार्यक्रम में करीब 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। आप्पासाहेब धर्माधिकारी को आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हाथों ये पुरस्कार दिया गया। इस कार्यक्रम में सीएम और डिप्टी सीएम भी मौजूद थे।
इस दौरान लाखों की भीड़ तो जुटी लेकिन इनके लिए ना ही कोई पंडाल की व्यवस्था थी और ना ही खाना-पानी का कोई इंतजाम था। लोग सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक 42 डिग्री तापमान में चिलचिलाती गर्मी और धूप में बैठे थे। इसी दौरान कई लोग सन स्ट्रोक और डीहाइड्रेशन का शिकार हुए, जिसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई।
विपक्ष ने साधा निशाना
इस घटना पर विपक्ष ने शिंदे सरकार पर निशाना साधा है। विपक्ष ने कार्यक्रम के आयोजक यानी महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है और इस कार्यक्रम को सरकार की विफलता बताया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने अप्पासाहेब धर्माधिकारी के कार्यक्रम में गर्मी से मरे लोगों की मौत को राज्य सरकार की बड़ी लापरवाही बताते हुए कहा कि राज्य सरकार पर गैर इरादतन हत्या की धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया जाए।
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