Highlights
- लड़की अपने माता-पिता और रिश्तेदारों के साथ ठाणे के भिवंडी में एक ईंट भट्ठे पर काम करने गई थी।
- घर लौटते समय लड़की गलत बस में चढ़ गई और जलगांव में परोला चली गई।
- लड़की के माता-पिता ने आर्थिक तंगी के कारण उसे वापस लाने में असमर्थता जतायी।
पालघर: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 15 वर्षीय एक लड़की गलत बस में सवार हो गई और पालघर में अपने घर जाने के बदले जलगांव पहुंच गयी। पुलिस और कुछ स्वैच्छिक संगठनों के सदस्यों के प्रयासों के बाद वह 4 दिन बाद अपने परिवार के साथ फिर से मिल सकी। वसई में मांडवी थाने के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब लड़की जलगांव पहुंची तो काफी घबरा गई जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उससे पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि अब यह लड़की अपने माता-पिता के साथ अपने घर पहुंच गई है।
‘घर लौटते वक्त गलत बस में चढ़ गई लड़की’
अधिकारी ने बताया कि करीब पांच दिन पहले पालघर की वसई तहसील के मजीवली गांव की रहने वाली रूपानी फासले नाम की यह लड़की अपने माता-पिता और रिश्तेदारों के साथ ठाणे के भिवंडी में एक ईंट भट्ठे पर काम करने गई थी, लेकिन घर लौटते समय वह गलत बस में चढ़ गई और जलगांव में परोला चली गई। उन्होंने बताया कि परोला में स्थानीय लोगों ने लड़की को देखा और उससे पूछा कि वह कहां की है क्योंकि वह घबराई हुई लग रही थी।
‘लोगों ने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी’
लड़की से सारी कहानी मालूम होने के बाद लोगों ने स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद वहां के पुलिस कर्मियों ने तुरंत मंडावी थाने से संपर्क किया और उन्हें इसकी जानकारी दी। मंडावी थाने ने लड़की के माता-पिता से संपर्क किया। लड़की के माता-पिता ने आर्थिक तंगी के कारण उसे वापस लाने के लिए जलगांव की यात्रा करने में असमर्थता जतायी। तब कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने मदद की और एक स्थानीय एनजीओ के अध्यक्ष रोहन गायकवाड़ ने गुरुवार को उसे घर पहुंचाया।