मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 15 और लोगों की मौत हो जाने के बाद राज्य में इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 51,325 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि संक्रमण के 2,216 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 20,46,287 हो गई है। उन्होंने कहा कि सोमवार को 3,423 लोगों को संक्रमणमुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई। महाराष्ट्र में अब तक 19,58,971 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और मरीजों के स्वस्थ होने की दर 95.73 प्रतिशत है। विभाग के मुताबिक, राज्य में कोविड-19 के 34,720 मरीजों का उपचार चल रहा है।
वहीं, मंबई में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 399 नए मामले सामने आने के बाद शहर में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,12,280 हो गई है। विभाग ने कहा कि मुंबई में संक्रमण के कारण तीन और लोगों की मौत हो जाने के बाद इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 11,395 हो गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सोमवार को 32,254 नमूनों की जांच के साथ ही राज्य में अब तक 1,50,10,037 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 का टीका होने का मतलब यह नहीं है कि किसी को बेपरवाह हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवारक उपायों का अभी और निकट भविष्य में भी पालन किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हर्षवर्धन ने विभिन्न परिवहन यूनियनों के बीच मास्क और साबुन के वितरण संबंधी कार्यक्रम की अध्यक्षता की। हर्षवर्धन भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस)के अध्यक्ष भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोविड-19 गतिविधियों के तहत मास्क वितरित करने की पहल का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। यह देशभर में इस तरह के वितरणों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।’’ बयान में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘दिल्ली में ही हमने रेलवे स्टेशनों, सब्जी मंडियों और अन्य स्थानों पर संक्रमण की अधिक आशंका पर विचार करते हुए मास्क वितरित किए हैं।’’
हर्षवर्धन ने कहा कि भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि टीका आने के बाद कोविड-19 से बचने के लिए एहतियाती उपायों का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान पहले ही शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 का टीका होने का मतलब यह नहीं है कि किसी को बेपरवाह हो जाना चाहिए, बल्कि निवारक उपायों का अभी और निकट भविष्य में भी पालन किया जाना चाहिए। इसे देखते हुए, यह प्रशंसनीय है कि आईआरसीएस ने रोकथाम के दृष्टिकोण से मास्क का वितरण जारी रखा है।’’