Highlights
- नागपुर में 100 से ज्यादा धार्मिक स्थलों ने किया आवेदन
- मस्जिद, मंदिर, बौद्ध विहार और गुरुद्वारों ने मांगी इजाजत
- बैंड-बाजे पर भी दिखेगा अदालत के आदेश का असर
Loudspeaker Controversy: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर लगातार राजनीति हो रही है। अलग-अलग पार्टियां लाउडस्पीकर को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं, तो कई पार्टियां लाउडस्पीकर को लेकर सड़क पर उतर आई हैं। इस बीच नागपुर में कई धार्मिक स्थलों ने लाउडस्पीकर लगाने की इजाजत मांगी है।
100 से ज्यादा धार्मिक स्थलों के आवेदन
नागपुर के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने बताया कि 100 से ज्यादा धार्मिक स्थलों पर, लाउडस्पीकर के आवेदन पुलिस के पास पहुंचे हैं। आगामी कुछ दिनों में आवेदन की संख्या बढ़ने की संभावना है, जो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करेगा, उन्हें ही अनुमति मिलेगी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि मस्जिद और मंदिर से ज्यादा आवेदन लाउडस्पीकर के लिए आए हैं। उसके बाद गुरुद्वारे और बौद्ध विहार के भी आवेदन हैं, लेकिन सबसे ज्यादा आवेदन मस्जिद और मंदिर से आए हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार होगा मापदंड तय
अमितेश कुमार ने कहा कि पुलिस से बिना विचार-विमर्श के अगर कोई खुद निर्णय लेकर धार्मिक वातावरण को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हां, इस बात की गारंटी दी जाती है कि दूसरे पक्ष पर कोई अन्याय नहीं होगा। नागपुर में कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। किसी भी पक्ष को कोई परेशानी है या कोई समस्या है तो पुलिस से चर्चा की जा सकती है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार साउंड का मापदंड तय किया जाएगा, शादी और अन्य समारोह में बजने वाले लाउडस्पीकर की ध्वनी को लेकर जांच पड़ताल की जाएगी और धार्मिक स्थल लाउडस्पीकर की अनुमति लेने के बाद नियम का पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी जांच पुलिस करेगी।