''देश में धर्मनिरपेक्ष सरकार लानी हो तो बताए गए उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करते हुए उनकी जीत निश्चित करें'' ऐसा ऐलान कल जमात-ए-तंजिम के द्वारा पुणे के एक कार्यक्रम में किया गया जहां हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के मतदाता उपस्थित थे। दरअसल, लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ऑल इंडिया जमीयत उलेमा ए हिंद पुणे शहर और जिल्हा की ओर से कौसर बाग कोंढवा ग्राउंड में 2 मई की शाम इस एलेन ऐ लोकसभा चुनाव नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान मौलाना सज्जाद नोमानी ने उपस्थित लोगों से यह गुजारिश करते हुए कहा कि मतदान हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हमारी जिम्मेदारी भी, इसलिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज को मतदान करने के लिए बाहर आना बहुत जरूरी है।
इन 4 उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील
इस कार्यक्रम के दौरान कुल जमात-ए तंजिम के सदस्य उस्मान हिरोली ने उपस्थित मुस्लिम समुदाय के लोगों से गुजारिश करते हुए यह ऐलान किया कि बारामती लोकसभा चुनाव क्षेत्र से महा विकास गठबंधन NCP पार्टी से जुड़ी प्रत्याशी सुप्रिया सुले और शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से उम्मीदवार अमोल कोल्हे की निशानी तुतारी पर बटन दबाए। आगे उन्होंने कहा, ''पुणे शहर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी रविंद्र धंगेकर को मिली निशानी हाथ का पंजा तो मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से लड़ रहे शिवसेना UBT गुट के प्रत्याशी संजोग वाघिरे को मिली निशानी मशाल इन चारों उमीदवारों की निशानी पर सभी मुस्लिमधर्मी मतदाता मतदान करें।''
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कार्यक्रम में 10 हजार से ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लौग थे मौजूद
उस्मान हरोली ने कहा, मुस्लिम समाज हिंदुस्तान में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार लाना चाहता है जिसका फैसला हर किसी के मतदान पर निर्भर है। अगर धर्मनिरपेक्ष सरकार देश में लानी है तो आने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान करना यह हर किसी का फर्ज है, इसलिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के द्वारा मतदान का फर्ज निभाया जाए। इस मौके पर करीब 10 हजार से भी ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग इस कार्यक्रम में मौजूद थे। वहीं, इस संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए ऑल इंडिया जमीयत उलमा ए हिंद के द्वारा सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स की मदद भी ली गई।
PM मोदी को लेकर दे चुके हैं विवादास्पद बयान
बता दें कि इससे पहले फरवरी 2023 में महाराष्ट्र विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के चुनाव प्रचार के दौरान उस्मान हिरोली के एक बयान पर बवाल हो गया था। उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ''मुसलमान चाहे जहां कहीं भी हैं, सउदी, दुबई, कुवैत में हों, उन्हें बुलाकर वोटिंग करवाओ। मरे हुए मुसलमानों को भी उठाकर बुलाओ तभी पीएम मोदी और आरएसएस को हराना मुमकिन है।'' उन्होंने कहा था कि जब तक बड़ी तादाद में मुसलमान वोट नहीं करेंगे तब तक पीएम मोदी को नहीं हराया जा सकता। कांग्रेसी नेता ने यह बयान एनसीपी के अल्पसंख्यकों की सभा में दिया था। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बयान को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा था कि जिस तरह से अल्पसंख्यकों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है, वह घातक है।
(रिपोर्ट- जैद मेमन)