आज की महा विकास अघाडी की मीटिंग में उद्धव गुट और कांग्रेस-शरद पवार गुट में खींचतान देखने को मिली। बताया जा रहा है कि इंडी गठबंधन के घटक दलों के बीच लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर बात बनती नहीं दिख रही है। गौर करने वाली बात ये है कि सीट बंटवारे को लेकर चल रहे गतिरोध के चलते हर बार की तरह तीनों पार्टियों के नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेस नहीं हुई। मीटिंग खत्म होने के बाद उद्धव ठाकरे और संजय राउत एक ही गाड़ी में सवार होकर निकल गए। आज की ब्रीफिंग में शरद पवार गुट से जितेंद्र आव्हाड और कांग्रेस से बालासाहेब थोराट और पृथ्वीराज चौहान ही मौजूद रहे।
सीट शेयरिंग दिल्ली में होगी अहम बैठक
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए 31 मार्च को दिल्ली में इंडी गठबंधन की बैठक होनी है। इस बैठक में शरद पवार और उद्धव ठाकरे भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर तीनों पार्टी प्रमुख नेता अलग से चर्चा करेंगे। सूत्रों की मानें तो MVA के कई उम्मीदवारों की इच्छा है कि जब वो अपनी उम्मीदवारी भरें तो शरद पवार जैसे दूसरे पक्षों के बड़े नेता भी शामिल हों।
"जिन सीटों पर विवाद है वो अब भी है"
वहीं इसको लेकर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान ने इंडिया टीवी से कहा, "आज की मीटिंग आने वाले चुनाव में हम कौन से मुद्दे उठाएंगे? प्रचार किस तरह होगा? एक दूसरे से कोरिडनेट करने के लिए कमिटी क्या होगी? इन्ही मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है। जिन सीटों पर विवाद है, उनपर चर्चा चल रही है, वो अब भी है। लेकिन आज की मीटिंग चुनाव प्रचार को लेकर हुई है। वहीं गोविंदा के शिंदे की शिवसेना में शामिल होने पर पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि हमारी शुभकामनाएं गोविंदा के साथ हैं, लेकिन अब वो उधर हैं, इसका ज़्यादा असर नहीं पड़ेगा। सीट शेयरिंग पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सीट बंटवारे पर हमारे सवाल या विरोध खत्म हो गए, उसपर भी चर्चा चल रही है। पृथ्वीराज चौहान ने ये भी कहा कि हम जल्द ही संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें उम्मीदवारों की लिस्ट को साझा किया जाएगा। इसपर भी चर्चा हुई है, तारीख और समय जल्द आपको बताया जाएगा।
जितेंद्र अव्हाड बोले- चुनाव प्रचार को लेकर हुई बैठक
वहीं आज की बैठक को लेकर एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा, "आज जो बैठक हुई उसमें कैंपेन डिजाइन को लेकर चर्चा हुई। चुनाव प्रचार किस तरह हो? क्या-क्या मुद्दे उठाए जाएं? फिर क्यों चाहिए मोदी सरकार? इन सब बातों को लेकर चर्चा हुई है। सीटों के विवाद पर चर्चा का सवाल कहां है, अगर जब मैं कह रहा हूं कि चुनाव प्रचार, ज्वाइंट सभा को लेकर चर्चा हुई तो समझ लीजिए..." जितेंद्र अव्हाड ने गोविंदा के शिंदे सेना में शामिल होने पर कहा कि गोविंदा जब स्टार थे तो हमारे साथ थे। अब जब वो रिटायर हो गए हैं, फ्लॉप हैं तब वो शिंदे के साथ हैं।
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