महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर इस बार सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प होता जा रहा है। पवार परिवार में हो रही सियासी जंग में ननद-भाभी आमने-सामने हैं तो सूबे के डिप्टी सीएम अजित पवार के एक बयान ने सियासी हलचल और बढ़ा दी है। ननद-भाभी की जंग में आज शक्ति प्रदर्शन का दिन है। सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार आज नॉमिनेशन फाइल करेंगी। 7 मई को इस सीट पर वोटिंग होनी है लेकिन उससे पहले आज महाविकास अघाड़ी और महायुति अपने-अपने उम्मीदवार के नामांकन के वक्त शक्ति प्रदर्शन करेंगे। नामांकन के वक्त दोनों तरफ से कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे।
ननद-भाभी आज करेंगी नॉमिनेशन
सुनेत्रा पवार सुबह 10 बजे तो सुप्रिया सुले सुबह 10.30 बजे नामांकन दाखिल करेंगी। शक्ति प्रदर्शन के बीच NCP की लड़ाई बेटी-बहू से आगे बढ़ते हुए द्रौपदी तक पहुंच गई है। दरअसल, अजित पवार ने पुणे की जनसभा के दौरान जन्म दर में बढ़ती असमानता के बारे में बोलते हुए विवादित बयान दे दिया। हालांकि गलती का एहसास होने पर अजित पवार ने फौरन हाथ जोड़कर माफी भी मांग ली, लेकिन तब तक बात काफी आगे बढ़ चुकी थी। उन्होंने कहा था कि कन्या भ्रूण हत्या ने राज्य के कुछ हिस्सों में लिंग अनुपात को इतना खराब कर दिया है कि भविष्य में द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है।
'10 साल में केंद्र की योजनाएं बारमती में नहीं आई'
शरद पवार गुट ने अजित पवार के बयान को लपक लिया और अब उनसे माफी मांगने को कह रहे हैं। शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि अजित पवार के दिमाग का ज़हर अब बाहर आ रहा है। जितेंद्र आव्हाड यही नहीं रुके। उन्होंने अजित पवार के उस बयान को लेकर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि सुप्रिया सुले ने प्रधानमंत्री की आलोचना की इसलिए 10 साल में केंद्र की योजनाएं बारमती में नहीं आई। पवार ने कहा, ''बीते 10 सालों से मैं बारमती की मौजूदा सांसद के लिए आपसे वोट मांगता रहा हूं। लेकिन मैंने देखा है कि बीते 10 सालों में केंद्र की ओर से कोई भी बड़ी परियोजना बारामती के लिए नहीं आ सकी क्योंकि लगातार आप केंद्र में बैठे प्रधानमंत्री की आलोचना ही करते रहेंगे तो फिर केंद्र की परियोजनाएं आपके क्षेत्र में नहीं आएंगी।''
बारामती सीट से 6 बार सांसद रहे हैं शरद पवार
बता दें कि बारामती लोकसभा सीट शरद पवार का गढ़ है। यहां बीते 5 दशक से शरद पवार या उनके परिवार का ही कब्जा रहा है। पवार परिवार के दबदबे को आप इस बात से समझ सकते हैं कि 55 साल से भी अधिक समय से बारामती पवार परिवार का गढ़ रहा है।
- बारामती सीट से शरद पवार 6 बार लोकसभा सांसद रहे हैं।
- उनकी बेटी सुप्रिया सुले तीन बार और भतीजा अजीत पवार एक बार सांसद रह चुके हैं।
- शरद पवार ने 1967 में पहली बार बारामती से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीता।
- इसके बाद लगातार पांच बार वो इस विधानसभा सीट से जीतते रहे।
- बाद में 1991 से अजित पवार लगातार इस सीट से जीत रहे हैं।
- 2009 के लोकसभा चुनाव में ये सीट सुप्रिया सुले को मिली तब से लेकर अब तक यहां से सुप्रिया सुले सांसद हैं।
इस बार भी ये सीट एक बार फिर से पवार परिवार के खाते में ही जाएगी। हालांकि इस सीट पर कौन बाजी मारेगा ये तो 4 जून को ही पता चलेगा लेकिन ननद और भाभी के आमने-सामने आने से मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
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