मुंबई: शिवसेना शिंदे गुट के प्रवक्ता संजय निरूपम ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल शराब नीति में घोटाले के आरोपी हैं। अंतरिम जमानत पर बाहर आए हैं। 2 जून को फिर से वापस जेल जाना होगा। जिसने शराब के नाम पर लोगों का पैसा चुराया, वो विपक्ष के नेताओं को पीएम मोदी द्वारा जेल में डालने का डर दिखा रहा है। उनके बयान को ज़्यादा तवज्जो देने की जरूरत नहीं है।
अगर भ्रष्टाचार किया होगा तो जेल जाना होगा: संजय निरूपम
संजय ने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने अगर भ्रष्टाचार किया होगा तो उन्हें जेल जाना होगा, यह तय है। मैं भी कुछ दिन पहले विपक्ष में था लेकिन मेरे यहां तो ED और CBI की रेड नहीं पड़ी। जब मैंने कोई घोटाला किया नहीं तो रेड क्यों पड़ेगी। ऐसा विपक्ष के नेताओं को सोचना चाहिए। हेमंत सोरेन और केजरीवाल की तरह घोटाला करोगे तो जेल जाना होगा।
संजय ने कहा कि केजरीवाल, पीएम मोदी को तानाशाह कह रहे हैं, जबकि खुद अपनी पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं को बड़ी चालाकी से AAP से बाहर निकाल दिया। प्रशांत भूषण, आशुतोष और अपने करीबी दोस्त कुमार विश्वास तक को नहीं छोड़ा और पार्टी से निकाल दिया। जिन्होंने खुद अपनी पार्टी को निजी कंपनी बना दिया, वो पीएम मोदी और बीजेपी नेताओं पर भविष्यवाणी कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं पर मोदी को लेकर दिए बयान पर उनके नेता जवाब देंगे। लेकिन केजरीवाल खुद घोटाले के आरोपी हैं और दूसरों पर भविष्यवाणी कर रहे हैं, यह हास्यास्पद है।
केजरीवाल को जमानत नहीं देना चाहिए था: संजय
संजय ने कहा कि मेरे हिसाब से तो केजरीवाल को बेल देने की जरूरत ही नहीं थी। कल को जेल में बंद दूसरे सजायाफ्ता आरोपी चुनाव लड़ने और उसके लिए प्रचार करने को अपना फंडामेंटल राइट बताकर जमानत मांगेंगे तो फिर क्या होगा। यह चलन ही गलत है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दी है, तो उस पर मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा।
संजय ने कहा कि अगर विपक्ष यह सोचता है कि केजरीवाल के अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने से विपक्ष को ताकत मिलेगी। तो क्या ममता बनर्जी, राहुल गांधी, शरद पवार, यह सब छोटे नेता थे और अब केजरीवाल इनसे भी बड़े नेता बन गए। इससे ही विपक्ष की ताकत और स्थिति समझ लीजिए।
इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि 10 साल देश का शासन चलाने के बाद भी प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं हैं। लोकप्रियता की कहीं कोई कमी नहीं है। ऐसे में तीसरी बार भी मोदी पीएम बनने जा रहे हैं। विपक्ष सिर्फ झूठ और डर का माहौल बना रहा है।
केजरीवाल के पीएम मोदी पर दिए बयान पर आई प्रियंका की प्रतिक्रिया
शिवसेना यूबीटी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि केजरीवाल जो कह रहे हैं, वह बिल्कुल सही है। चुनाव के ठीक पहले राज्य के एक सिटिंग सीएम को जेल में डाल देते हैं। विपक्ष के नेताओं पर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर जेल में डाला गया। चुनाव के बाद वही होगा। मोदी ने कर दिखाया है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर और दूसरे नेताओं को देखिए, उनके साथ क्या हुआ?
प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी सही मायने में वन नेशन, वन लीडर करना चाहते हैं। यह देश को रूस के पुतिन मॉडल पर ले जाना चाहते हैं। जहां विपक्ष नाम की कोई चीज न हो। यही तानाशाही है। विपक्ष को जेल में डालकर, डराकर साइड कर दो और दुनिया को दिखाओ कि कितने ज़्यादा वोट से जीते। लेकिन देश की जनता अब सब कुछ समझ रही है।
सीएम योगी को लेकर भी दिया बयान
प्रियंका ने कहा कि जहां तक बात योगी आदित्यनाथ की है, तो उत्तर प्रदेश में लोग खुद नारा लगा रहे हैं कि योगी को बचाना है, तो मोदी को हराना है। यह यूपी के बीजेपी के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी जानते हैं कि मोदी सत्ता में आए तो अगला नंबर योगी का होगा।
पीएम मोदी को महाराष्ट्र में अपनी हार नजर आ रही है, इसलिए वो बार-बार राज्य में दौरा कर रहे हैं। मुंबई में सभा और रोडशो करने वाले हैं। हम तो चाहते हैं कि वो ज्यादा से ज्यादा आएं। एमवीए की जीत मजबूत होगी क्योंकि महाराष्ट्र की जनता यह कभी नहीं भूलेगी कि पीएम मोदी ने राज्य में अपनी सत्ता पाने के लिए राज्य की दो सबसे पुरानी पार्टी तोड़ दीं।
प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी शरद पवार पर इस तरह के बयान देकर जनता में भ्रम का माहौल बनाना चाहते हैं, ताकि जनता को लगे कि दोनों नेताओं के बीच सब कुछ ठीक है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला। पवार साहब ने पहले ही साफ कर दिया है।
राज ठाकरे के फतवे पर भी बोलीं प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि राज ठाकरे अब क्या हिंदुओं के "मौलाना-मौलवी" बन गए हैं। क्यों हर हिन्दू उनकी बात सुनकर मोदी और महायुति को वोट दे देगा। जनता कोई चीज इतनी जल्दी नहीं भूलती है। देश की जनता ने इन्हीं राज ठाकरे के 2014 और 19 के बयान को याद रखा है, जब उन्होंने खुद पीएम मोदी का विरोध किया था।
राज ठाकरे खुद भ्रम में हैं और इसलिए उनके पार्टी नेता और कार्यकर्ता भी भ्रम में हैं। कभी जिसका विरोध करते हैं तो अगले चुनाव में उसका समर्थन करते हैं। महाराष्ट्र की जनता इतनी जल्दी कोई चीज नहीं भूलती है। राज ठाकरे के ऐसे बयान से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।