लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल से शुरू हो रहा है, इसकी तपिश अब महाराष्ट्र की राजनीति में दिखने लगी है। लोकसभा सीट ज्यादा से ज्यादा लाने के लिए हर पार्टी जी-तोड़ कोशिश में लग गई है। इसकी झलक आज महायुति के एक फैसले से दिखना शुरू हो चुका है। महायुति ने राज्य की 48 सीटें जीतने के लिए अपने मंत्रियों की एक विशेष कमेटी गठित की है, जिसका काम होगा कि उम्मीदवारों के प्रचार के लिए प्लानिंग और स्टार प्रचारकों के लिए कौन से स्टार प्रचारक की सभा करवाई जाए आदि।
2-2 मंत्री को मिली जगह
इस विशेष कमेटी में बीजेपी, शिवसेना (शिन्दे गुट) और एनसीपी (अजित पवार) पार्टी की तरफ से 2-2 मंत्री शामिल किए जाएंगे। जो सभी उम्मीदवारों और पार्टी नेताओं के बीच तालमेल बनाकर रखेंगे, जिससे चुनाव के वक्त कोई परेशानी न खड़ी हो। इस कमेटी के लिए पार्टियों ने अपने-अपने मंत्रियों के नाम दे दिए हैं। इनमें बीजेपी से गिरीश महाजन और रविन्द्र चव्हाण, शिवसेना से शंभुराजे देसाई और उदय सामंत और NCP अजित पवार गुट से धनंजय मुंडे और अनिल पाटिल को जगह दी गई है।
इन सीटों पर फंसा है पेंच
जानकारी दे दें कि महायुति में अब तक बीजेपी ने 24 उम्मीदवार घोषित किए हैं। वहीं, शिवसेना शिंदे गुट ने 10, अजित पवार की NCP ने 5 प्रत्याशी घोषित किए हैं। इस तरह एनडीए (NDA) के कुल 48 सीटों में से 39 उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। बाकी बची 9 सीटों पर उम्मीदवारों का घोषणा बाकी है। महायुति में सतारा, नासिक,संभाजीनगर (औरंगाबाद),ठाणे,पालघर, रत्नागिरी-सिंघुदुर्ग, दक्षिण मुंबई और उत्तर पश्चिम मुंबई विवादित सीटें बताई जा रही हैं। वहीं, रत्नागिरी-सिंदुदुर्ग सीट पर बीजेपी और शिवसेना (शिन्दे गुट), नासिक सीट पर शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित गुट) में पेंच अभी भी फंसा हुआ है। यहां भी उम्मीदवार घोषित होना अभी बाकी है।
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