महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना के नेताओं के बीच जुबानी जंग से शरद पवार नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक बुधवार को एनसीपी के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में शरद पवार ने इस मुद्दे पर भी चर्चा की। बैठक में शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस और शिवसेना(UBT) को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। बिना एक-दूसरे से बातचीत किए इस तरह से सीटों का ऐलान नहीं करना चाहिए था।
शरद पवार ने कही ये बात
शरद पवार ने कहा कि सही ये होता की MVA के तीनों दल संयुक्त रुप से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करते। एनसीपी गठबंधन धर्म का पालन करेगी और लिस्ट डिक्लेयर करने के पहले साथी दलों को जानकारी देगी। आज की बैठक में 10 सीटों पर चर्चा हुई।
शरद पवार की पार्टी इन सीटों पर लड़ सकती है चुनाव
- भिवंडी
- बारामती
- शिरूर
- सातारा
- अहमदनगर
- वर्धा
- दिंडोरी
- रावेर
- माढा
- बीड
कांग्रेस ने जताई आपत्ति
बता दें कि कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने भिवंडी, मुंबई दक्षिण-मध्य और सांगली लोकसभा सीट के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने पर आपत्ति जताते हुए बुधवार को कहा कि महाविकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों को ‘‘गठबंधन धर्म’’ का पालन करना चाहिए। महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने शिवसेना (यूबीटी) से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
19 अप्रैल से शुरू होंगे चुनाव
बता दें कि एमवीए के घटक- कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार)- महाराष्ट्र में 48 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट-बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं। महाराष्ट्र में 19 अप्रैल से पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। सीट बंटवारों को लेकर जारी बातचीत के बीच, शिवसेना (यूबीटी) ने आगामी चुनावों के लिए पूर्वाह्न में 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की और कहा कि वह राज्य में कुल 22 सीट पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि घोषणा सही नहीं है।