लोकसभा चुनाव 2024 के बीच चुनाव आयोग ने उद्धधव ठाकरे की गुट वाली शिवसेना को नोटिस भेजा है। चुनाव ने पार्टी के मशाल थीम सॉन्ग को लेकर आपत्ति जाहिर की है। इस गाने के अंत में "जय भवानी" के उल्लेख पर आपत्ति जताई गई है। चुनाव आयोग के अनुसार भवानी शब्द का इस्तेमाल हिन्दू धर्म मे "देवी" के लिए किया जाता है। ऐसे में गाने में धार्मिक नारे पर चुनाव आयोग ने आपत्ति जताई है। शिवसेना का यह थीम सॉन्ग 16 अप्रैल को जारी किया गया था। चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब में उद्धव ने कहा है कि यह महाराष्ट्र और कुल देवी का अपमान है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता कई बार धर्म के नाम पर वोट मांग चुके हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
उद्धव ने कहा "कर्नाटक के चुनाव में पीएम मोदी ने जय बजरंग बली बोलकर वोट देने की बात कही। अमित शाह एमपी में चुनाव प्रचार में लोगों को मुफ्त में राम मंदिर के दर्शन कराने की बात कर रहे थे। इसी को लेकर मैंने एक पत्र चुनाव आयोग को भेजा था। यह जानने के लिए क्या चुनाव आयोग ने अपने नियमों में कोई बदलाव किया है क्या?? क्योंकि "गर्व से कहो हम हिन्दू है"..केवल यह नारा देने की वजह से चुनाव आयोग ने तब बालासाहेब के वोट देने और चुनाव लड़ने पर 6 साल का बैन लगाकर अन्याय किया था। इसी परिपेक्ष में मुझे जवाब चाहिये था कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री धर्म के नाम पर वोट मांग रहे तो क्या उसपर चुनाव आयोग करवाई करेगा, लेकिन आज तक मुझे इस पत्र का जवाब नही आया। कल रात हमें चुनाव आयोग से एक "लव लेटर" मिला, जिसमे उन्होंने हमारे नए पार्टी के चुनाव चिन्ह मशाल पर बने थीम सॉन्ग पर दो शब्दों "हिन्दू और भवानी" को हटाने को लेकर नोटिस भेजा है।"
महाराष्ट्र की कुल देवी का अपमान
उद्धव ने आगे कहा "हमने बजेपी की तरह हिन्दू धर्म पर वोट की भीख नही मांगी। नाही कहा कि जो "जय भवानी" कहेगा..उसे वोट देना है, लेकिन फिर भी हमे चुनाव आयोग ने नोटिस हमें भेजा। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र का अपमान किया। भवानी तुलजा भवानी महाराष्ट्र की कुल देवी है। उनका अपमान हम बिल्कुल बर्दाश्त नही करेंगे। हम अपने थीं सांग में से भवानी और हिन्दू धर्म नही हटाएंगे। अगर चुनाव आयोग करवाई करता है तो करे। अगर चुनाव आयोग हम पर करवाई करेगी तो उन्हें पहले उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर करवाई करनी होगी। आज चुनाव आयोग जय भवानी बोलने पर आपत्ति जताया है। कल जय शिवाजी बोलने पर आपत्ति जताएंगे। यह बर्दाश्त नही किया जाएगा।"
मशाल सॉन्ग में क्या?
पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल पर 16 अप्रैल को इसका वीडियो भी शेयर किया गया था। इस वीडियो के अंत में शिवसेना समर्थकों को जय भवानी का नारा लगाते हुए सुना जा सकता है। यह वीडियो शेयर करते हुए शिवसेना की तरफ से लिखा गया था "तानाशाही के खिलाफ शिवसेना की मशाल जलेगी। शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का आधिकृत प्रचार गीत।" वीडियो के अंत ठाकरे परिवार की तीन पीढ़ियों को एक साथ देखा जा सकता है। यहां बाला साहेब ठाकरे के साथ उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे भी नजर आ रहे हैं।
इन पार्टियों को भी नोटिस भेज चुका चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने पांच अप्रैल को आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी सिंह को भी नोटिस जारी किया था। आतिशी ने कहा था कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिला था और ऐसा नहीं करने पर जेल जाने की धमकी दी गई थी। चुनाव आयोग ने इसकी सच्चाई पर सवाल खड़े किए थे। तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसे लेकर भी चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा था। कांग्रेस के गणेश गोदियाल और रघुबीर सिंह कदियान को भी चुनाव आयोग नोटिस भेज चुका है।
चुनाव आयोग को भी मिला नोटिस
लोकसभा चुनाव 2024 के बीच सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को भी नोटिस भेजा था। कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक याचिका लगाई गई थी, जिसमें ईवीएम में पड़ने वाले हर वोट की पर्ची वीवीपैट में निकलने की बात कही गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस भेजा था।
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