सेल्फी शब्द पिछले एक दशक में काफी चर्चित शब्द बन चुका है। यही कारण है लोग जब भी कहीं जाते हैं तो अपने साथ स्मार्टफोन रखते हैं जिसमें सेल्फी की सुविधा हो। सेल्फी लेना बुरी बात नहीं है लेकिन किन परिस्थितियों में सेल्फी ली जा रही है या तस्वीर खिंचाई जा रही है वो मायने रखता है। आए दिन सुनने को मिलता है कि सेल्फी के चक्कर में लोगों की मौत हो जाती है। एक ऐसा ही सेल्फी का मामला महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर में देखने को मिला है। यहां अजंता की गुफाओं के सामने व्यू प्वाइंट झरने पर सेल्फी लेते वक्त एक पर्यटक का पैर फिसल गया। इसके बाद पर्यटक 2000 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा।
सेल्फी लेने के चक्कर में 2000 फीट गहरे कुंड में गिरा युवक
बता दें कि यह घटना रविवार दोपहर की है। इस घटना के बाद पुलिस और पुरातत्व विभाग के कर्मियों ने युवक की जान बचाई। पूल में गिरे पर्यटक की पहचान पुंडलिक चव्हाण के रूप में हुई है जो सोयगांव का रहने वाला है। पर्यटक अपने चार दोस्तों के साथ अजंता की गुफा देखने आया था। इस दौरान एक दोस्त के साथ सेल्फी लेने के लिए वह सप्त कुंड झरने के ऊपर गया। सेल्फी लेने के चक्कर में वह दो हजार फीट गहरे सप्तकुंड में गिर गया। हालांकि वह तैरने में सक्षम था जिस कारण उसने कुंड में मौजूद एक पत्थर को पकड़कर अपनी जान बचाई।
पहले घटी थीं ये घटनाएं
मुंबई के बांद्रा के बैंडस्टैंड में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला था। यहां एक 27 साल की महिला की समंदर में डूबने से मौत हो गई थी। दरअसल यहां महिला अपने पति के साथ समंदर के किनारे पत्थर पर खड़े होकर सेल्फी ले रही थी और तभी एक बड़ी लहर आई जिसमें महिला पानी में बह गई, वहीं पति को वहां खड़े लोगों ने बचा लिया। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और महिला को ढूंढना शुरू किया लेकिन महिला को बचाया ना जा सका। बांद्रा पुलिस ने बताया कि महिला का नाम ज्योति सोनार था और उनके पति का नाम मुकेश सोनार है। वह बच्चों के साथ बांद्रा बैंडस्टैंड स्थित बांद्रा फोर्ट गए और उसके बाद वे लोग समंदर के किनारे पत्थरों पर खड़े हो गए। इसके बाद ये लोग सेल्फी लेने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान यह घटना घटी थी।