गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद उद्धव ठाकरे ने मोदी और BJP पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गुजरात में विधानसभा चुनाव होने से पहले बड़े प्रोजेक्ट्स महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट कर दिया गया, उसी तरह कर्नाटक में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र के गांव कर्नाटक में मिला दिये जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो प्रोजेक्ट्स महाराष्ट्र को मिलने वाले थे उसे केंद्र सरकार ने गुजरात चुनाव को देखते हुए गुजरात को दे दिया इसिलिए गुजरात में भाजपा जीत पाई है। यह बात उन्होंने महाविकास अघाड़ी के नेताओं की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
महाराष्ट्र के कई गांवों को कर्नाटक में मिलाने की चाल
शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘ जिस तरह चुनाव वाले राज्य गुजरात में महाराष्ट्र से परियोजनाएं ले गईं, उसी तरह महराष्ट्र के गांव कर्नाटक को दे दिए जाएंगे, जहां चुनाव होने हैं।’’ उन्होंने दावा किया , ‘‘ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा महाराष्ट्र के क्षेत्रों को लेकर किये जा रहे दावे को गंभीरता से लिया जाए। भाजपा की महाराष्ट्र को अस्थिर करने की चाल है।’’
मुद्दे को लेकर MVA करेगी विरोध प्रदर्शन
महाराष्ट्र के कई गांवों पर बोम्मई द्वारा दावा करने के बाद कर्नाटक एवं महाराष्ट्र के बीच छह दशक पुराने सीमा विवाद ने हाल में एक नया मोड़ ले लिया है। संवाददाता सम्मेलन में ठाकरे के साथ मौजूद महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यहां 17 दिसंबर को एमवीए की एक विशाल रैली होगी और उसमें भाजपा के ‘महाराष्ट्र विरोधी रुख’ को जनता के सामने जोरशोर से रखा जाएगा। छत्रपति शिवाजी महाराज के विरूद्ध कुछ तत्वों की टिप्पणियों, महाराष्ट्र से कई परियोजनाएं चले जाने समेत कई मुद्दों पर एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार को निशाने पर लेने के लिए विपक्षी दलों ने यह रैली आहूत की है।
हिमाचल प्रदेश में भाजपा को हार से नहीं बचा पाई मोदी कैबिनेट -नाना पटोले
ठाकरे ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र से प्रेम करने वाले सभी लोगों से मैं प्रदर्शन में शामिल होने की अपील करता हूं, जो जीजामाता उदयन से शुरू होकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की ओर जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के क्षेत्रों पर दावा कर रहे थे, तब महाराष्ट्र सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त नहीं की थी। पटोले और पवार ने कहा कि मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज, समाज सुधारक महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले का राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा अपमान किये जाने के बाद भी भाजपा चुप रही। पटोले ने कहा, ‘‘ भाजपा दिल्ली में निकाय चुनाव हार गयी, जहां वह 15 सालों से सत्ता में थी और वह हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव हार गई, जहां वह सरकार में थी। पार्टी के पास गुजरात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही भरोसा के लिए एकमात्र थे। पवार ने कहा कि ‘दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी’ (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा अपने गृह राज्य में भाजपा को हार से बचा नहीं पाए।