लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। महाराष्ट्र में इंडी गठबंधन के तहत सीटों का बंटवारा हो चुका है। इस बीच एनसीपीएसपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने बयान दिया है। दरअसल महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारें और फ्रेंडली फाइट पर उन्होंने बयान देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस कह रही है कि सांगली और भिवंडी सीट पर फ्रेंडली फाइट के लिए तैयार है तो सभी 48 लोकसभा सीटों पर फ्रेंडली फाइट होगी। ऐसा नही होता है। गठबंधन में पार्टियों के बीच सीटों को लेकर खींचतान आखिरी समय तक होती रहती है। लेकिन इसका यह मतलब नही की आप आपस में ही फ्रेंडली फाइट की बात करें। इससे फायदा किसे मिलेगा, सबको पता है।
महाविकास अघाड़ी के विवाद पर क्या बोले आव्हाड
उन्होंने आगे कहा कि जब आपका लक्ष्य बड़ा है कि भाजपा को महाराष्ट्र में हराना है, तो रणनीति बदलनी पड़ती है। समझौते करने पड़ते है। बड़ा दिल दिखाना पड़ता है। कांग्रेस देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी है। शरद पवार MVA के सबसे बड़े नेता हैं। अगर हम पिछले चुनाव में जीते हुए 14 सीटों में से सिर्फ 10 पर लड़ रहे हैं तो कांग्रेस को इसे समझना चाहिए। अगर कांग्रेस को भिवंडी सीट चाहिए तो फिर कांग्रेस हमारी भंडारा-गोंदिया सीट, अमरावती और उद्धव गुट रायगढ़ और मुम्बई उत्तर पूर्व सीट लौटाए। गठबंधन में त्याग करना पड़ता है। क्योंकि आपका लक्ष्य बड़ा है। जिद्द करने से कोई फायदा नही होगा।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे पर जितेंद्र आव्हाड का बयान
जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा कि जो हो गया वो हो गया, अब आगे बढ़ने का समय है। समय अब सीट बटवारे का नहीं रहा। पहले ही बहुत देर हो चुकी है। कार्यकर्ताओं का बहुत दबाव है। चुनाव प्रचार करना है, उसकी रणनीति बनानी है। महाराष्ट्र की जनता का केंद्र और राज्य सरकार के प्रति गुस्सा ही हमारा मुख्य हथियार है। अगर यह सीट बंटवारे की देरी में शांत हो गया तो बहुत मुश्किल होगी। MVA की सीट बटवारे की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस जल्द होगी। सभी चीजें फाइनल हो चुकी है। महायुति में सीट शेयरिंग और अजित पवार को लेकर उन्होंने काह कि महायुति में अजित पवार और एकनाथ शिंदे की स्थिति को देखकर अफसोस होता है। अजित पवार जब हमारे साथ थे, तब वो राजा की तरह रहा करते थे। आज वो सिर्फ 4 सीट पाकर खुश हैं। इसमें से दो भाजपा के नेता थे।