मुंबई: महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण को लेकर भड़की आग बढती जा रही है। इस बीच सरकार कि तरफ से इसे काबू करने के प्रेस शुरू हो चुके हैं। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मनोज जरांगे पाटिल से फ़ोन पर बातचीत की है। फ़ोन पर देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि आप को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मिलने की लिए आमंत्रित किया और आपकी मांग पर चर्चा करने को भी कहा है।
इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनपर करवाई की जायेगी- देवेन्द्र फडणवीस
इसके साथ ही फडनवीस ने भरोसा दिलाते हुए कहा हिया कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनपर करवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान जो भी हुआ, उसे रोका जा सकता था। इसके साथ ही पुलिस लाठीचार्ज भी रोक सकती थी। उन्होंने साफ़ किया कि सरकार इस तरह के लाठीचार्ज को कभी समर्थन नहीं करती है।
कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन भी मनोज जरांगे पाटिल से मुलाक़ात करने पहुंच रहे
इसके साथ गृहमंत्री ने कहा है कि जो कोई भी अधिकारी इसके पीछे दोषी होगा उसपर करवाई की जाएगी। देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि अगर किसी पर भी ग़लत तरीक़े से कोई मामला दर्ज हुआ है तो उसे वापस लिया जायेगा। उन्होंने पाटिल से कहा कि इस मुद्दे का समाधान बातचीत करके ही निकाला जा सकता है, इसलिए मुख्यमंत्री ने उन्हें मुलाकात व बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन भी मनोज जरांगे पाटिल से मुलाक़ात करने पहुंच रहे हैं।
कहां से शुरू हुआ बवाल?
दरअसल, मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 29 अगस्त से ही आंदोलनकारी अनशन पर बैठे थे। अनशनकारियों की तबियत बिगड़ रही थी, जिसके बाद पुलिस अनशनकारियों को उठाने पहुंची। इस दौरान ही विवाद बढ़ गया और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। आंदोलनकारियों ने हाईवे को जाम कर दिया और कई गाड़ियों में आग लगा दी। साथ ही जमकर पथराव भी किया। इसमें कई पुलिसवाले घायल भी हो गए। लाठीचार्ज के विरोध में महाराष्ट्र के अहमदनगर बीड़ और दूसरे कई जिलों में बंद का असर देखने को मिल रहा है।